तिरुवनंतपुरम, 10 फरवरी . केरल में शनिवार को एक जंगली हाथी ने व्यक्ती को कुचलकर मार डाला. इससे गुस्साए स्थानीय लोगों के भारी विरोध के बाद, केरल सरकार ने मृतक के परिजनों को दस लाख रुपये का मुआवजा और एक नौकरी देने की घोषणा की है.
राज्य के वन मंत्री ए.के. ससींद्रन ने पत्रकारों को बताय कि एक व्यक्ति की जान गंवाने की सबसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना के मद्देनजर गुस्से को शांत करना समय की मांग है.
राज्य सरकार पीड़ित के परिवार को दस लाख रुपये और एक को सरकारी नौकरी देगा. हम सभी लोगों की भावनाओं को समझते हैं. मृतक की पहचान टैक्सी ड्राइवर अजीश (42) के रूप में हुई है.
घटना सुबह करीब 7 बजे मननथावडी के पास हुई. घटना के बाद गुस्साए लोगों ने सड़कें जाम कर दीं और एसपी की गाड़ी को भी आगे बढ़ने से रोक दिया.
पुलिस अधिकारी मननथावाडी मेडिकल कॉलेज जा रहे थे, जहां अजीश का शव रखा गया था. एसपी को स्थानीय लोगों ने पैदल ही मेडिकल कॉलेज तक जाने को मजबूर कर दिया.
स्थानीय लोग जंगली जानवरों से लोगों की रक्षा करने में विफल होने के लिए स्थानीय विधायक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
सूत्रों ने कहा कि जंगली हाथी के पास एक रेडियो कॉलर था, जिसे कर्नाटक के वन अधिकारियों ने लगाया था, लेकिन हाथी केरल के जंगलों को पार कर गया था और मनथावाडी इलाकों में प्रवेश कर गया था जहां लोग रहते हैं.
केरल वन विभाग ने भी जंगली हाथी को शांत करने और फिर उसे जंगल में छोड़ने के लिए कदम उठाने का फैसला किया है.
इस बीच, कांग्रेस के वायनाड सांसद राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि वह पय्यामपल्ली (मननथावडी) के अजीश के असामयिक निधन से स्तब्ध हैं, जिनकी हाथी के घातक हमले में मौत हो गई.
राहुल ने कहा, “वायनाड में वन्यजीव के हमले के कारण एक और जान दुखद रूप से चली गई. वह अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला और अपनी मां की प्राथमिक देखभाल करने वाला था. मेरी संवेदनाएं उसके परिवार, खासकर उसकी बीमार मां और छोटे बच्चों के साथ है.”
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एफजेड/एसजीके