झारखंड में “पहले चरण” के उम्मीदवारों में 20 फीसदी पर गंभीर आपराधिक मामले, एक-तिहाई करोड़पति

रांची, 4 मई . झारखंड में लोकसभा की जिन चार सीटों – खूंटी, लोहरदगा, सिंहभूम और पलामू – पर सबसे पहले 13 मई को वोट डाले जाने हैं, वहां मैदान में उतरे उम्मीदवारों में 29 प्रतिशत ऐसे हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. बीस प्रतिशत उम्मीदवारों पर तो गंभीर अपराध के केस चल रहे हैं.

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की ओर से शनिवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. झारखंड में पहले चरण (देश में चौथे चरण) के चुनाव में कुल 45 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है. इनमें से नौ के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. आपराधिक मामलों में नामजद कुल उम्मीदवारों की संख्या 13 है.

रिपोर्ट में बताया गया है कि भाजपा के चार में से दो उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले हैं. कांग्रेस के एक प्रत्याशी पर आपराधिक मामला दर्ज है.

इन 45 उम्मीदवारों में 15 करोड़पति हैं, और उनकी औसत संपत्ति 1.75 करोड़ है. भाजपा के तीन उम्मीदवार करोड़पति है, जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के भी दो उम्मीदवार करोड़पति हैं.

सांसद बनने की दावेदारी कर रहे नेताओं की शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो 53 प्रतिशत उम्मीदवार महज 8वीं से लेकर 12वीं पास हैं. अन्य 19 फीसदी उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता स्नातक या इससे ज्यादा है जबकि एक उम्मीदवार ऐसा है जो सिर्फ साक्षर है.

उम्मीदवारों में 27 फीसदी 25 से 40 वर्ष की उम्र के हैं. अन्य 49 प्रतिशत की आयु 41 से 60 साल के बीच है, जबकि 11 फीसदी प्रत्याशी 61 से 80 वर्ष की उम्र के हैं.

एसएनसी/एकेजे