श्रीनगर, 21 अगस्त . डल झील की शान, खेल से बढ़े पहचान’ थीम के तहत Thursday से खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल 2025 की शुरुआत हो चुकी है. तीन दिवसीय फेस्टिवल 21-23 अगस्त के बीच चलेगा. इसमें रोइंग, वाटर स्कीइंग, शिकारा रेस, ड्रैगन बोट रेस, कैनोइंग और कयाकिंग में ओपन-एज प्रतियोगिताएं खेली जाएंगी. इस फेस्टिवल में करीब 400 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं.
इस कार्यक्रम में केंद्रीय युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे.
इस दौरान उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 साल में खेल जगत में अनेक उन्नति आई है और भी आ रही है. जम्मू-कश्मीर उनके प्रयासों का जीता जागता उदाहरण है. लगभग 20 जिलों में ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हुआ है,जिस पर हमें खुशी है. वाइब्रेंट स्पोर्ट्स इकोसिस्टम बनकर तैयार हुआ है. देश ओलंपिक के लिए अपने आपको तैयार कर रहा है. एक व्यापक स्पोर्ट्स कल्चर यहां जम्मू कश्मीर में पिछले कुछ सालों में बढ़ा है. यहां की युवा पीढ़ी जम्मू कश्मीर का नाम रोशन कर रही है. पिछले पांच साल में तीन से चार लाख लोग स्पोर्ट्स की विभिन्न स्कीम में भाग लेते थे जो बढ़कर करीब 40 लाख हो गया है. यह बड़ी प्रसन्नता की बात है.
उन्होंने आगे कहा कि अब जम्मू-कश्मीर में बंद और हड़ताल के कैलेंडर नहीं निकलते, बल्कि खेलों इंडिया के कैलेंडर निकाले जाते हैं. यहां के युवाओं की आवाज गलियों में नहीं,स्टेडियम में सुनाई पड़ती है. यह ऐसे बदलाव हैं,जिस पर प्रदेश और भारत को गर्व है. तीन दशक से प्रदेश ने बड़ी पीड़ा झेली है. यहां का नौजवान नया जीवन जी रहा है.
केंद्रीय राज्य मंत्री,रक्षा निखिल खडसे ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आकर गर्व महसूस कर रही हूं. कश्मीर विंटर स्पोर्ट्स के नाम पर जाना जाता है. आने वाले दिनों में देश के वाटर स्पोर्ट्स के कार्यक्रम कश्मीर में होंगे.
वहीं,केंद्रीय राज्य मंत्री और भाजपा सांसद रक्षा खडसे ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पीएम चाहते हैं कि खेलों भारत नीति के माध्यम से स्पोर्ट्स टूरिज्म को बढ़ावा दें. जम्मू-कश्मीर टूरिज्म के लिए प्रसिद्ध है. इस देश को विकसित बनाने के लिए स्पोर्ट्स की अहम भूमिका रहेगी.
खेल मंत्रालय की नई नीति के मुताबिक, भारतीय टीम को पाकिस्तान में द्विपक्षीय सीरीज खेलने की अनुमति नहीं मिलेगी. इसके साथ ही पाकिस्तानी टीम को भारत में द्विपक्षीय सीरीज खेलने की इजाजत नहीं होगी. इसपर केंद्रीय राज्य मंत्री और भाजपा सांसद रक्षा खडसे ने कहा भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध समय के साथ जिस तरह से रहे हैं, जब से भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था, मेरा मानना है कि यह सही निर्णय था, क्योंकि हमारी भूमि भारत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. खेल को बढ़ावा देना चाहते हैं लेकिन ऐसे देश के खिलाड़ियों को हम यहां बुलाकर जनता की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहते.
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एएसएच/