New Delhi, 16 जुलाई . सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 में भारतीय डाक के लिए विभिन्न क्षेत्रों में 20 से 30 प्रतिशत की महत्वाकांक्षी वृद्धि का लक्ष्य रखा है. यह बयान केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर दिया गया.
इसका लक्ष्य भारतीय डाक को उसकी सामाजिक जिम्मेदारी से समझौता किए बिना मुनाफा में लाना है.
सिंधिया ने प्रदर्शन मानकों, नवाचार और जवाबदेही को प्राथमिकता देने वाली कॉर्पोरेट-शैली की संरचना को अपनाने के लिए भारतीय डाक की प्रशंसा की.
Union Minister ने कहा, “भारतीय डाक केवल एक सेवा नहीं है, बल्कि हमारे देश के सुदूर कोनों को जोड़ने वाली एक जीवनरेखा है. देश के हर कोने से ऊर्जा, प्रतिबद्धता और विचारों को देखकर गर्व होता है.”
New Delhi में इंडिया पोस्ट के ‘वार्षिक व्यावसायिक सम्मेलन 2025-26’ में बोलते हुए, Union Minister ने एक पेशेवर, सेवा केंद्रित संस्कृति विकसित करने के महत्व पर जोर दिया, जिससे भारतीय डाक आम लोगों को सेवाएं देते हुए लॉजिस्टिक्स और वित्तीय सेवाओं में सशक्त प्रतिस्पर्धा कर सके.
Union Minister ने आंतरिक संचार और ज्ञान साझाकरण को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में एक नए मासिक ई-न्यूजलेटर और डाक संवाद की भी शुरुआत की.
यह न्यूजलेटर भारतीय डाक के कर्मचारियों के नवाचारों, व्यावसायिक अंतर्दृष्टि और क्षेत्र की सफलता की कहानियों के साथ-साथ उनके द्वारा सेवा प्रदान किए जाने वाले लोगों के अटूट विश्वास को भी उजागर करेगा.
सभी सर्किल प्रमुखों ने बैठक के दौरान अपने व्यावसायिक प्रदर्शन, क्षेत्रीय पहलों, कठिनाइयों और विकास को गति देने वाली रणनीतियों पर प्रस्तुतियां दीं.
ये प्रस्तुतियां भारतीय डाक की बैंकिंग, ई-कॉमर्स, लॉजिस्टिक्स और सार्वजनिक सेवा वितरण क्षमताओं को बढ़ाने के लिए किए जा रहे जीवंत और जमीनी प्रयासों पर केंद्रित थीं, साथ ही राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के अनुरूप भी थीं.
सिंधिया ने प्रतिनिधियों के साथ सक्रिय रूप से बातचीत की और प्रत्येक क्षेत्र में उनके लक्ष्यों, चुनौतियों और प्रगति पर ध्यान दिया.
Union Minister ने कहा कि भारतीय डाक समावेशी विकास को बढ़ावा देने और मजबूत लॉजिस्टिक्स, वित्तीय समावेशन और डिजिटल कनेक्टिविटी के माध्यम से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच की खाई को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
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एबीएस/