बिहार में सीएम योगी ने गौ-रक्षा के नाम पर मांगे वोट तो भड़के कांग्रेस नेता शकील अहमद

पटना, 29 मई . बिहार की राजधानी पटना में एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी को गौ-रक्षक पार्टी बताया था. उन्होंने लोगों से गौ-रक्षा के लिए बीजेपी को वोट देने की भी अपील की थी. इस पर अब कांग्रेस नेता शकील अहमद का बयान सामने आया है.

उन्होंने कहा, “बीजेपी विकास के मुद्दे पर वोट नहीं मांग रही है. उसे अच्छे से पता है कि उसने विकास के नाम पर सिर्फ धर्म और जाति की राजनीति की है. बीजेपी जाति, धर्म, संप्रदाय, गौ रक्षा और गौ हत्या के नाम पर देश में वोट मांग रही है.“

उन्होंने कहा, “बीजेपी हार चुकी है और वो हताशा में इस तरह के बयान दे रही है, जिसका कोई तुक नहीं है. हताशा में आकर अब बीजेपी ऐसे बयान दे रही है, जिससे लोगों की भावनाएं आहत हो, ध्रुवीकरण हो. लेकिन, हम लोग जिस तरह के सवाल उठा रहे हैं, उसका उन्हें जवाब देना चाहिए. बीते दिनों पेपर लीक होने की वजह से 60 हजार विद्यार्थी परेशान हुए और आज लाखों विद्यार्थी नौकरी के लिए तरस रहे हैं, लेकिन सीएम योगी इन मुद्दों पर कुछ नहीं बोल रहे हैं. उनके पास इन सभी सवालों का कोई जवाब नहीं है. आज की तारीख में हर किसी को नौकरी की जरूरत है. बेरोजगारी के मामले में भारत ने पिछले 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, लेकिन वो इस सवाल का जवाब देने में दाएं-बाएं कर रहे हैं. सीएम योगी जी, आपको अपनी बात जिस शैली में रखनी है, आप रख सकते हैं, लेकिन मैं आपको एक बात कह देना चाहता हूं कि इससे जनता का पेट नहीं भरता है. जनता का पेट तो इस बात से भरता है कि आप उसकी थाली में रोटी सब्जी डालिए. उसके पॉकेट में कुछ पैसा डालेंगे, इसी से उसका पेट भरेगा, ताकि वो अपना परिवार चला सके.“

उन्होंने आगे कहा, “जिस भारतीय जनता पार्टी के नेता अपनी डिग्रियों को लेकर अपनी बात रखने में असमर्थ हो, ऐसे में ये लोग कुछ भी कह सकते हैं. इन पर भरोसा नहीं किया जा सकता. पीएम मोदी कुछ और कर रहे हैं और सीएम योगी कुछ और कर रहे हैं. सच्चाई तो यह है कि इन लोगों को जनता के हितों से कोई सरोकार नहीं है. देश की जनता अब इस बात को जान चुकी है कि बीजेपी को लोगों के बारे में कुछ नहीं पता है. आप लोग कुप्रथा के दम पर अपनी सरकार चला रहे हैं. आपके पास लोगों को राहत देने और उन्हें तकलीफ से निकालने का तरीका नहीं है. आपको आर्थिक स्थिति सुधारने के बारे में नहीं पता है कि कैसे लोगों के लिए काम किया जाए. देश इस बात को इतिहास में जरूर दर्ज करेगा कि किस तरह से आपने इस देश के भाईचारे को खत्म करने का काम किया है.“

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