नई दिल्ली, 28 मई . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने को दिए साक्षात्कार में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पाकिस्तान से मिल रहे समर्थन पर अपनी प्रतिक्रिया दी. जिस पर पाकिस्तान के पूर्व मंत्री और इमरान खान के करीबी फवाद चौधरी ने भी बयान दिया है.
फवाद चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मंगलवार को के पीएम मोदी के इंटरव्यू के वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ”मुझे कोई शौक नहीं है राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल को समर्थन देने का, न ही मैं पाक सरकार का प्रतिनिधित्व करता हूं. वास्तव में मैं जेल में था और पाकिस्तान में फासीवादी शासन का विरोध करने के कारण राजनीति से प्रेरित मामलों का सामना कर रहा था. लेकिन, मैं चरमपंथियों के खिलाफ खड़े होने वाले किसी भी व्यक्ति का समर्थन करूंगा और पीएम मोदी नफरत और उग्रवाद का प्रतीक बन गए हैं, हिंदू महासभा के उदय के कारण भारत के मुसलमानों को नफरत का सामना करना पड़ रहा है.”
फवाद चौधरी ने एक्स पर आगे लिखा, ”पाक के संस्थापकों ने भारत में रहने वाले मुसलमानों के अधिकारों के लिए खड़े होने का वादा किया था. लेकिन, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाकिस्तानी सरकार अपनी भूमिका नहीं निभा रही है. लेकिन, मैं किसी भी हालत में भारत में मुस्लिम अधिकारों के लिए बोलूंगा क्योंकि मुसलमानों के खिलाफ जो नफरत वहां फैली है, उसे हराना होगा. आरएसएस एवं भाजपा के नफरत और उग्रवाद के गठजोड़ को हराना होगा और जो कोई उन्हें हराएगा वह दुनिया में सम्मान अर्जित करेगा.”
इससे पहले पाकिस्तान की इमरान सरकार में मंत्री रहे फवाद चौधरी ने को दिए गए साक्षात्कार में कहा था कि हमारी समस्याएं इतनी हैं कि भारत के चुनाव पर हमारे यहां ज्यादा बातें नहीं हो रही हैं. ना ही पाकिस्तान में भारत को लेकर इतना ऑब्सेशन है, जितना भारत में पाकिस्तान को लेकर ऑब्सेशन है. ऐसे में पाकिस्तान में राहुल गांधी की पॉपुलैरिटी का तो नहीं पता, लेकिन, नरेंद्र मोदी बहुत अन-पॉपुलर हैं.
दरअसल, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल को पाकिस्तान से समर्थन मिलने के सवाल पर से पीएम मोदी ने कहा था कि यह लोकसभा चुनाव भारत का है और भारत का लोकतंत्र बहुत ही मैच्योर है, यहां तंदुरुस्त परंपराएं हैं और भारत के मतदाता भी बाहर की किसी भी हरकतों से प्रभावित होने वाले मतदाता नहीं हैं. मैं नहीं जानता हूं कि कुछ ही लोग हैं, जिनको हमारे साथ दुश्मनी रखने वाले लोग क्यों पसंद करते हैं, कुछ ही लोग हैं, जिनके समर्थन में आवाज वहां से क्यों उठती है. अब यह बहुत बड़ी जांच-पड़ताल का गंभीर विषय है. मुझे नहीं लगता है कि जिस पद पर मैं बैठा हूं, वहां से ऐसे विषयों पर कोई कमेंट करना चाहिए. लेकिन, मैं आपकी चिंता समझ सकता हूं.
फवाद चौधरी ने राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल के समर्थन में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया था तो भारत की राजनीति में हंगामा मच गया था. राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल पर भाजपा सहित एनडीए के अन्य घटक दलों के नेताओं ने जमकर निशाना साधा था. दूसरी तरफ अरविंद केजरीवाल ने फवाद चौधरी के समर्थन वाले ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा था, ”पाकिस्तान के हालात बहुत खराब, आप अपना देश संभालिए.”
इसके साथ ही फवाद चौधरी को अरविंद केजरीवाल ने नसीहत देते हुए लिखा था, ”भारत में हो रहा चुनाव हमारा आंतरिक मामला है. आतंकवाद के सबसे बड़े प्रायोजकों का हस्तक्षेप भारत बर्दाश्त नहीं करेगा.”
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