सहारनपुर, 4 जुलाई . Prime Minister Narendra Modi के विदेश दौरे और उनके द्वारा प्राप्त होने वाले उपहारों पर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. सहारनपुर से सांसद इमरान मसूद ने केंद्र Government की विदेश नीति पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को विदेशों से बड़े-बड़े उपहार मिलते हैं, जिनका India में खूब प्रचार किया जाता है, लेकिन वैश्विक मंच पर India की विदेश नीति कमजोर हो रही है.
मसूद ने दावा किया कि संयुक्त राष्ट्र के 192 सदस्य देशों में से 182 ने आतंकवाद विरोधी समिति में Pakistan के पक्ष में वोट दिया, जो India की विदेश नीति की नाकामी को दर्शाता है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “कितना बड़ा तोहफा मिल गया भाई, पूरी दुनिया में एक भी देश हमारे साथ खड़ा नहीं है. पीएम मोदी कितने भी दौरे कर लें, वैश्विक मंच पर हमारी धज्जियां उड़ रही हैं.”
इमरान मसूद ने वक्फ बोर्ड के मुद्दे पर भी अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि वक्फ का मामला अभी Supreme court में है और 14 जुलाई को इसकी सुनवाई होगी. इस मुद्दे पर मोहर्रम और कांवड़ यात्रा के दौरान भी ध्यान दिया जाएगा. हम लोग मोहर्रम में भी वक्फ पर नजर रखेंगे और कांवड़ यात्रा में भी. Supreme court के फैसले के बाद ही इस पर आगे की रणनीति बनेगी. अभी कांवड़ यात्रा की सेवा में लोग जुटे हैं.”
हाल ही में Chief Minister योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में 700 करोड़ रुपए की लागत से कांवड़ पथ निर्माण करने का फैसला लिया गया है. इस पर इमरान मसूद ने सवाल उठाते हुए कहा, “Government ने फैसला तो ले लिया, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि यह पथ कहां बनेगा, कितना लंबा होगा? कांवड़ मार्ग कई हैं, सहारनपुर से भी कांवड़ यात्री गुजरते हैं, Haryana के यात्री भी अपने रास्तों से जल चढ़ाते हैं. Government को यह स्पष्ट करना चाहिए कि यह पथ कहां-कहां बनेगा?”
इटावा में यादव कथावाचकों के मुद्दे पर Samajwadi Party के अध्यक्ष अखिलेश यादव के आक्रोश और योगी Government को दी गई तीन दिन की चेतावनी पर इमरान मसूद ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, “मैं किसी भी विवादित मुद्दे पर बोलना नहीं चाहता और न ही ऐसे मुद्दों को पसंद करता हूं.”
अखिलेश यादव की ओर से आजमगढ़ में नया घर बनाए जाने की खबर पर मसूद ने कहा कि इसमें कोई समस्या नहीं है. अखिलेश यादव आजमगढ़ से सांसद रहे हैं और उन्हें वहां घर बनाना चाहिए. इससे किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए.
2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और चंद्रशेखर आजाद की पार्टी के बीच गठबंधन की संभावनाओं पर मसूद ने सधे हुए अंदाज में जवाब दिया. उन्होंने कहा, “राजनीति में कुछ भी संभव है. गठबंधन का खेल है, कब किसके साथ गठजोड़ हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता.”
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी द्वारा बिहार में महागठबंधन का समर्थन करने की बात पर मसूद ने स्पष्ट जवाब देने से परहेज किया. उन्होंने कहा, “ओवैसी साहब के बारे में अभी कुछ नहीं कह सकता. वह क्या करेंगे, यह अभी स्पष्ट नहीं है. यह ऐसा सवाल है, जिसका मेरे पास कोई जवाब नहीं.”
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एकेएस/एकेजे