पटना, 28 फरवरी . बिहार में विपक्षी खेमे को एक बार फिर झटका लगा है. कांग्रेस के दो विधायक मुरारी प्रसाद गौतम और सिद्धार्थ सौरभ तथा राजद की विधायक संगीता कुमारी भाजपा के साथ चली गई हैं. अंदेशा यह भी जताया जा रहा है कि कांग्रेस के कई और विधायक भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं.
कहा यहां तक जा रहा है कि इन विधायकों की नाराजगी पहले से थी.
गौतम कहते हैं कि इतना बड़ा कदम उठाने का निर्णय कोई एक दिन में नहीं लेता है. उन्होंने के साथ विशेष बातचीत में कहा कि इसकी जमीन पिछले कई दिनों से तैयार हो रही थी. “सही अर्थों में कहें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम और उनकी राष्ट्रवाद की नीतियों से प्रभावित होकर” वह भाजपा के साथ आए हैं.
रोहतास जिले के चेनारी से विधायक गौतम कांग्रेस से नाता तोड़ने के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि अब भी वह कांग्रेस के ही विधायक हैं. गौतम उन विधायकों में शामिल थे जो बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद शक्ति परीक्षण से पहले हैदराबाद शिफ्ट हुए थे.
काँग्रेस से आये दूसरे विधायक सौरभ भी प्रधानमंत्री के कार्यों से प्रभावित होकर भाजपा के साथ नजर आ रहे हैं. वह साफ कहते हैं कि अभी प्रधानमंत्री के सामने कोई नेता नहीं टिक सकता. सौरभ ने कहा कि राष्ट्रहित में काम हो रहा है. आज देश सुरक्षित है, अर्थव्यवस्था सुधर रही है.
उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से प्रभावित हैं. केन्द्र की नीतियां बेहतर हैं. भविष्य के संबंध में उन्होंने हालांकि पत्ते नहीं खोले. उन्होंने कहा कि आगे-आगे जो कुछ होगा सब सामने आएगा.
उल्लेखनीय है कि जब कांग्रेस के दूसरे विधायकों को शक्ति परीक्षण से पहले हैदराबाद ले जाया गया था, उस समय सिद्धार्थ सौरभ पटना में ही थे.
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एमएनपी/एकेजे