भुवनेश्वर, 3 अक्टूबर . Odisha की राजधानी भुवनेश्वर में दुर्गा पूजा का समापन शांतिपूर्ण विसर्जन के साथ हुआ. डिप्टी कमिश्नर ऑफ Police (डीसीपी) जगमोहन मीणा ने Friday को बताया कि शहर में प्रतिमा विसर्जन के सुचारू संचालन के लिए व्यापक सुरक्षा और व्यवस्था की गई है.
भुवनेश्वर में मूर्ति विसर्जन के लिए कई स्थान चिन्हित किए गए थे. इनमें कुआखाई नदी तट, लिंगीपुर, लक्ष्मीसागर समेत कई स्थानों पर विसर्जन की व्यवस्था की गई थी. डीसीपी जगमोहन मीणा ने से बात करते हुए कहा, “सभी मार्ग और स्थल सुरक्षित हैं. वरिष्ठ अधिकारी निगरानी कर रहे हैं, जबकि अग्निशमन विभाग, भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित है.”
डीसीपी मीणा ने यातायात, कानून-व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन के लिए आधी रात तक अतिरिक्त बल तैनात करने की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि शहर में 193 पंडलों पर cctv निगरानी, वर्दीधारी और सादे लिबास के Policeकर्मी तैनात हैं. डीजे, लेजर लाइट्स और पटाखों पर प्रतिबंध लगाया गया, केवल पारंपरिक वाद्य यंत्रों की अनुमति दी गई है. ध्वनि स्तर 65 डेसिबल से अधिक नहीं होना चाहिए.
घटिकिया दुर्गा पूजा समिति के संजीव कुमार नंदा ने विसर्जन के सफल समापन पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने कहा, “विसर्जन में भाग लेना सुखद रहा. मां दुर्गा का विदा होना भावुक है, लेकिन अगले वर्ष फिर स्वागत करेंगे.”
उन्होंने प्रशासन और नगर निगम की व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए कहा, “उचित नावें, वाहन और बचाव दल तैनात हैं. पर्यावरण संरक्षण के लिए भी जरूरी उपाय किए गए हैं. प्रशासन, Police और स्वयंसेवकों के सामूहिक प्रयासों से सब कुछ अनुशासित रहा.”
बता दें कि इस वर्ष भुवनेश्वर में 187 पंडाल लगे, जिसमें कई तरह की थीम अपनाई गई. ‘नो ड्रग्स’ थीम पर बना पंडाल भी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा. त्योहार से पहले बीएमसी ने खास तैयारी की थी, कई जगहों पर सड़कें सुधारी गईं और बायो-टॉयलेट लगाए गए. वहीं, बिजली विभाग ने बाधक तार हटाए.
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एससीएच