Ahmedabad, 21 अक्टूबर . India मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले कुछ दिनों में दक्षिण Gujarat और आसपास के केंद्र शासित प्रदेशों के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान लगाया है.
आईएमडी के नवीनतम बुलेटिन के अनुसार, डांग, तापी, नवसारी, वलसाड और दमन, दादरा और नगर हवेली केंद्र शासित प्रदेशों में 25 अक्टूबर तक रुक-रुक कर बारिश हो सकती है, जबकि राज्य के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहने की उम्मीद है.
25 अक्टूबर के बाद, मौसम की स्थिति स्थिर होने की संभावना है और पूरे Gujarat में शुष्क मौसम बना रहेगा. मौसम विज्ञानी इस अप्रत्याशित मानसून-पश्चात वर्षा का कारण इस क्षेत्र में तीन सक्रिय मौसम प्रणालियों की उपस्थिति को मान रहे हैं.
इनमें दक्षिण-पूर्व अरब सागर पर एक सुस्पष्ट निम्न दाब क्षेत्र, बंगाल की खाड़ी में एक नवगठित निम्न दाब क्षेत्र और केरल तट पर बना एक ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण शामिल है.
आईएमडी ने Tuesday को बताया कि दक्षिण-पूर्व अरब सागर पर बना निम्न दाब तंत्र (लो प्रेशर सिस्टम) 24 घंटों के भीतर एक अवदाब (डिप्रेशन) में परिवर्तित होकर धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढ़ सकता है. साथ ही, बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक ऊपरी-वायु चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव में, दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर एक और निम्न-दाब क्षेत्र विकसित हुआ है, जो समुद्र तल से औसत 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है और अगले 36 घंटों में इसके और मजबूत होने की उम्मीद है.
इसके अलावा, केरल तट पर एक चक्रवाती परिसंचरण और अरब सागर से बंगाल की खाड़ी तक फैली एक ट्रफ वायुमंडलीय परिस्थितियों को प्रभावित कर रही है. उत्तर-पश्चिम Rajasthan पर एक अलग प्रणाली, जो सेंट्रल Madhya Pradesh तक फैली हुई है, और मध्य-क्षोभमंडल स्तर (ट्रोपोस्फेरिक लेवल) पर एक पश्चिमी विक्षोभ – लगभग 66 डिग्री पूर्वी देशांतर और 25 डिग्री उत्तरी अक्षांश के उत्तर में – भी सक्रिय बना हुआ है.
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 26 अक्टूबर के बाद आसमान साफ होने से पहले, दक्षिण Gujarat में पूरे सप्ताह मानसून के बाद छिटपुट गतिविधियां देखी जा सकती हैं. Gujarat में अगस्त के अंत तक दीर्घावधि औसत (एलपीए) की लगभग 90 प्रतिशत बारिश दर्ज की गई है, और कुल मौसमी वर्षा लगभग 792.93 मिमी रही, जबकि सामान्य वर्षा 882 मिमी से कम होती है.
–
केआर/