बिहार में जहरीली शराब का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है, सरकार लगाम लगाए : प्रियंका गांधी

नई दिल्ली, 17 अक्टूबर . कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को बिहार के सीवान और सारण में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत पर दुख जाहिर किया. उन्होंने नीतीश सरकार को घेरते हुए कहा कि बिहार में शराबबंदी लागू है, लेकिन जहरीली शराब का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है, जिससे आए दिन मौतें होती हैं. सरकार को इस पर लगाम लगानी चाहिए.

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”बिहार के सीवान और सारण जिलों में जहरीली शराब से बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है. ईश्वर दिवंगत आत्माओं को श्रीचरणों में स्थान दें. शोक संतप्त परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. बड़ी संख्या में लोग अस्पताल में भर्ती हैं, उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं.”

उन्होंने आगे राज्य सरकार को घेरते हुए लिखा, ” बिहार में शराबबंदी लागू है लेकिन जहरीली शराब का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है, जिससे आए दिन मौतें होती हैं. सरकार को इस पर लगाम लगानी चाहिए.”

बिहार के सीवान और सारण जिलों में जहरीली शराब पीने से अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोगों की हालात गंभीर बताई जा रही है जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

वहीं, बिहार के जहरीली शराब कांड पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हम कह सकते हैं कि शराबबंदी केवल कागजों पर है. जहरीली शराब से लगभग 30 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो गई है, कई लोगों ने अपनी आंखों की रोशनी खो दी है. इतनी बड़ी घटना हुई है और मुख्यमंत्री जी ने अभी तक कोई संवेदना प्रकट नहीं की है. ये घटनाएं लगातार हो रही हैं. बिहार में हर जगह शराब उपलब्ध है. सत्ता में बैठे लोग माफिया, अधिकारी ये सब कर रहे हैं.”

उन्होंने आगे कहा, “बिहार में लगातार ऐसी घटना घट रही है, शराब उपलब्ध हो रहे हैं. यह सत्ता संरक्षण अपराध किया जा रहा है. लोग मरे नहीं हैं, उनकी हत्या हुई है. जिस प्रकार से कोई भी पदाधिकारी या बड़ा अधिकारी किसी पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इसमें सत्ता में जो लोग बैठे हैं, उन लोगों को जवाब देना चाहिए. आखिर किस प्रकार के यह शराब बंदी चल रही है. गरीब मारे जा रहे हैं, गरीबों पर मुकदमा होता है. लेकिन, शराब जहां से सप्लाई होती है. उन लोगों को छुआ तक नहीं जाता है.”

एसके/एबीएम