भुवनेश्वर, 18 अगस्त . इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने ‘प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा डिप्लोमा’ (डीईसीसीई) को ओड़िया भाषा में लॉन्च किया है. यह पहल उच्च शिक्षा को क्षेत्रीय भाषाओं में सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है.
इग्नू की कुलपति प्रोफेसर उमा कंजिलाल ने कहा कि ओड़िया भाषा में डिप्लोमा शुरू करना एक मील का पत्थर है. उन्होंने बताया कि 9 जून को ओडिशा उच्च शिक्षा विभाग के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए थे. इसका उद्देश्य इग्नू के 333 शैक्षिक कार्यक्रमों को क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद करना है.
प्रो. कंजिलाल ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि सभी 22 अनुसूचित भाषाओं में अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई जाए. ओड़िया में यह डिप्लोमा शुरुआत भर है. भविष्य में और भी कोर्स क्षेत्रीय भाषाओं में जोड़े जाएंगे.” उन्होंने ओडिशा सरकार का सहयोग देने के लिए धन्यवाद दिया.
इस डिप्लोमा कार्यक्रम के ओड़िया संस्करण का शुभारंभ एक कार्यक्रम में किया गया, जिसमें ओडिशा के उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज और उप Chief Minister भी उपस्थित रहे.
मंत्री सूरज ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि यह मातृभाषा में शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा निर्णय है.
उन्होंने बताया कि ओडिशा सरकार और इग्नू के बीच हुए एमओयू के तहत तय किया गया था कि सौ दिनों के भीतर डीईसीसीई कोर्स सामग्री का ओड़िया में अनुवाद कर लॉन्च किया जाएगा, जिसे अब सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है. अब ओडिशा के 41,000 से अधिक विद्यार्थी, जो पहले यह कोर्स हिंदी या अंग्रेजी में पढ़ रहे थे, उन्हें ओड़िया भाषा में पढ़ने का विकल्प मिलेगा. खासतौर पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और प्री-स्कूल शिक्षकों को इससे सीधा लाभ होगा.
मंत्री सूरज ने कहा कि यह पहल नई शिक्षा नीति (नेप) के अनुरूप है, जो मातृभाषा में शिक्षा को बढ़ावा देती है. उन्होंने कहा, “इससे छोटे बच्चों की देखभाल और शिक्षा में गुणवत्ता आएगी और राज्य तथा देश के विकास में योगदान मिलेगा.”
उन्होंने यह भी बताया कि इग्नू और ओडिशा सरकार की यह साझेदारी केवल डीईसीसीई तक सीमित नहीं है. भविष्य में इग्नू के अन्य डिप्लोमा, प्रमाणपत्र और डिग्री पाठ्यक्रमों का भी ओड़िया और ओडिशा की अन्य स्थानीय भाषाओं में अनुवाद किया जाएगा.
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वीकेयू/एबीएम