मुंबई, 21 नवंबर . इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (आईएफएफआई) की शुरुआत हो चुकी है. रणदीप हुड्डा के निर्देशन में तैयार फिल्म ‘स्वातंत्र्य वीर सावरकर’ की स्क्रीनिंग के साथ इसकी शुरुआत हुई. अभिनेता रणदीप हुड्डा ने कहा कि यह फिल्म बताती है कि हमें आजादी केवल अहिंसा से नहीं मिली. इसके साथ ही उन्होंने फिल्म निर्माण में आई चुनौतियों के बारे में भी बात की.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में रणदीप हुड्डा ने बताया, “वीर सावरकर पर फिल्म बन रही थी तो मेरे मन में सबसे पहले यह बात आई कि मैं बिल्कुल भी उनकी तरह नहीं दिखता हूं. आप जानते हैं कि मैं एक जाट हूं, जो मुंबई में रहता है तो यह मेरे लिए बेहद जटिल बात थी कि मैं उनकी तरह कैसे दिखूं. मैंने इसके लिए अपना वजन घटाया और उन पर लिखी किताबों को पढ़ा और इस तरह से मेरा काम आसान हो गया.”
उन्होंने कहा कि “ऐसा कतई नहीं है कि हमें आजादी केवल अहिंसा से मिली”, हमेशा ऐसा नहीं चलता कि हम शांत रहें और सावरकर उस तरह के बिल्कुल नहीं थे कि कोई आपके एक गाल पर थप्पड़ मार दे तो आप अपना दूसरा गाल आगे कर दें. अभिनेता ने देश के सच्चे हीरोज पर फिल्में बनाने की इच्छा भी जाहिर की.
‘स्वातंत्र्य वीर सावरकर’ इसी साल मार्च में रिलीज हुई थी. फिल्म के निर्देशन के साथ मुख्य भूमिका में रणदीप हुड्डा थे. जानकारी के अनुसार, फिल्म में अपने किरदार में ढलने के लिए रणदीप हुड्डा ने अपना वजन 32 किलो घटाया था.
गोवा में आयोजित आईएफएफआई में इन्फ्लेटेबल थिएटर में कई सफल और शानदार फिल्में दिखाई जाएंगी. इस लिस्ट में सत्यजीत रे, एस.एस. राजामौली, पा. रंजीत, मणिरत्नम, इम्तियाज अली की फिल्में शामिल हैं. गोवा में 20 नवंबर से 28 नवंबर तक आयोजित होने वाले 55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में दो इन्फ्लेटेबल थिएटर्स में क्लासिक और समकालीन भारतीय फिल्में दिखाई जाएंगी.
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एमटी/एकेजे