Mumbai , 11 अगस्त . महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नितेश राणे ने अमेरिका द्वारा मछली और मत्स्य उत्पादों पर टैरिफ में बढ़ोतरी को लेकर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने इसे एक चुनौती नहीं, बल्कि भारत के लिए अवसर बताया है.
नितेश राणे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मछली और मत्स्य उत्पादों पर अमेरिकी टैरिफ अप्रैल में 16.5 प्रतिशत था, जो अगस्त में लगभग 60 प्रतिशत हो गया है. अब समय आ गया है कि हम बदलाव लाएं.”
उन्होंने कहा कि इस बदलाव से भारत के लिए अमेरिकी बाजार में प्रतिस्पर्धा करना महंगा और मुश्किल हो गया है. राणे ने सुझाव दिया कि अब भारत को अमेरिकी बाजार पर निर्भर रहने के बजाय अपने निर्यात बाजारों में विविधता लाने की जरूरत है. इसके साथ ही उन्होंने घरेलू मत्स्य पालन व्यवस्था को मजबूत करने पर जोर दिया.
उन्होंने कहा कि भारत का एक्वाकल्चर और मत्स्य क्षेत्र संभावनाओं से भरपूर है. अगर हम अमेरिका के अलावा दूसरे वैश्विक बाजारों की ओर ध्यान दें, तो हम भविष्य के लिए एक मजबूत ‘ब्लू इकोनॉमी’ बना सकते हैं.
राणे ने भरोसा जताया कि कोई भी टैरिफ भारत की तरक्की की रफ्तार को नहीं रोक सकता. उन्होंने देशवासियों से एकजुट होकर वैश्विक मत्स्य बाजार में भारत को अग्रणी बनाने की अपील की.
उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “जो लोग नॉनवेज खाते हैं, वे अपने डाइट में मछली की मात्रा बढ़ा दें. इससे हमारे मत्स्य उत्पादकों का फायदा होगा और जो माल विदेशों में भेजा जाता था, अब भारत में ही रहेगा. इससे हमारे मत्स्य उत्पादक आत्मनिर्भर बनेंगे. अमेरिका के अलावा हमारे पास यूरोप और वियतनाम भी एक अच्छा ऑप्शन है. लेकिन, भारत के बाहर एक्सपोर्ट पर ध्यान देने के बजाए हम लोगों को इसे घरेलू बाजार में लाना होगा.”
उन्होंने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि हमारे देश में करीब 60-70 प्रतिशत लोग नॉनवेज खाते हैं, अगर ये लोग खाने में मछली की मात्रा बढ़ा दें, तो इसका सीधा फायदा हमारे मत्स्य उत्पादकों को होगा.
इंडिया गठबंधन के दिल्ली में प्रदर्शन पर राणे ने कहा, “Lok Sabha में वोट जिहाद के बाद इनके सांसद जीतकर आए. महाराष्ट्र के एक ही संसदीय क्षेत्र में बहुत सारे वोट मिले, तो इसके बारे में भी इनको बताना चाहिए. वोट जिहाद के बारे में भी इन लोगों को आंदोलन करना चाहिए.”
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “राहुल गांधी और उनके लोगों को इतनी हिम्मत नहीं है कि चुनाव आयोग को शपथपत्र दें. जितना वक्त प्रोटेस्ट करने में बिता रहे हैं, उससे अच्छा होगा कि चुनाव आयोग को शपथपत्र दे दें. इन लोगों को शपथपत्र देना नहीं है, वोट जिहाद के बारे में बोलना नहीं है, सिर्फ सड़क पर बैठकर तमाशा करना है.”
दूसरी तरफ, उद्धव ठाकरे की ओर से Mumbai में मानिक राव कुकाटे के इस्तीफे और योगेश कदम पर कार्रवाई की मांग को लेकर किए गए विरोध-प्रदर्शन पर राणे ने तंज कसा और कहा, “उद्धव ठाकरे ने नवाब मलिक का इस्तीफा लिया था क्या. अनिल देशमुख का इस्तीफा लिया था क्या. अगर ‘गजनी 2’ बनाना पड़ेगा तो आमिर खान को कास्ट करने की जरूरत नहीं है, उद्धव ठाकरे रेडीमेड हैं.”
–आईएएनेस
वीकेयू/एबीएम