लखनऊ, 29 अक्टूबर . उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के बीच पोस्टर के स्लोगन की सियासत शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मुंह से निकला नारा ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ इन दिनों देश भर में छाया हुआ है. बीते दिनों संघ परिवार ने भी इस पर अपनी मुहर लगा दी. इसे लेकर अब होर्डिंग दिखने लगे हैं. पोस्टर के जरिए भाजपा के हिंदुत्व के एजेंडे को धार मिल रही है.
आगरा के जयपुर हाउस में यह पोस्टर लगा है. इसे सियाराम विकास गुप्ता ने लगाया है. उनका कहना है कि यह कोई विवादित बयान नहीं है. कश्मीर में देखने को मिला है कि पढ़ा-लिखा हिंदू समुदाय साफ हो गया. इसी तरह लाहौर में देखने को मिलता है, सिंधी व पंजाबी 2/3 के अनुपात में थे, वो साफ हो गए. हम लोगों को एकजुट रहने की जरूरत है. सभी को देशहित के साथ चलना होगा. यही सीएम योगी का संदेश है.
उन्होंने बताया कि अभी आगरा और नोएडा में करीब 50- 60 पोस्टर लगे हैं. हमारा मकसद एकजुटता का है. ऐसे पोस्टर महाराष्ट्र में भी लग चुके हैं. बीते दिनों मुंबई के कई इलाकों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर और ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ संदेश वाले पोस्टर लगाए गए हैं. इन पोस्टर में ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ और ‘एक रहेंगे, तो नेक रहेंगे, सुरक्षित रहेंगे’ के संदेश लिखे हैं.
दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने आगरा में एक कार्यक्रम में कहा था कि आप देख रहे हैं बांग्लादेश में क्या हो रहा है? वे गलतियां यहां नहीं होनी चाहिए. बटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो नेक रहेंगे, सुरक्षित रहेंगे और समृद्धि की पराकाष्ठा पर पहुंचेंगे. इसके बाद यह स्लोगन तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है.
मुख्यमंत्री योगी के इस बयान को संघ का भी समर्थन मिला था. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने मुख्यमंत्री योगी के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ वाले बयान पर कहा कि ”हमें इसे आचरण में लाना चाहिए. यह हिंदू एकता और लोक कल्याण के लिए जरूरी है.” मथुरा के गो ग्राम परखम में आरएसएस की कार्यकारिणी मंडल की दो दिवसीय बैठक के बाद शनिवार को प्रेसवार्ता में होसबोले ने ये बातें कहीं.
उन्होंने कहा, ”अगर हम जाति, समाज, क्षेत्र का भेद करेंगे, तो कटेंगे ही. हिंदू समाज की एकता संघ के जीवन व्रत में है. हिंदू एकता को तोड़ने के लिए कई शक्तियां काम करती हैं, इसलिए हम हिंदू एकता चाहते हैं.”
होसबोले ने कहा, ”कई जगह धर्मांतरण हो रहे हैं. गणेश पूजा और दुर्गा पूजा के समय हमले हुए. इन मामलों में अपनी रक्षा भी करनी चाहिए और एकता भी बनाए रखनी चाहिए, जिससे शांति बनी रहे.”
उनके इस स्लोगन पर पूरा विपक्ष भाजपा को घेर रहा है. सपा नेता ने तो इस बारे में पोस्टर लगाकर जवाब दिया. उन्होंने भाजपा के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ पर पलटवार किया है. उन्होंने लिखा, ”न बंटेंगे न कटेंगे’, 2027 में नफरत करने वाले हटेंगे. हिंदू-मुस्लिम एक रहेंगे तो नेक रहेंगे.”
सीएम योगी के बयान पर सपा मुखिया अखिलेश यादव और सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव भाजपा को घेर चुके हैं. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने अपने बयान में कहा था कि आपको कंफ्यूज नहीं होना है, क्योंकि यह नारा एक लैब में तैयार किया गया है और उन्हें किसी से बुलवाना था. इसलिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से बेहतर इस नारे को कौन बोलता, क्योंकि उनकी छवि भी वैसी ही है. वह कह रहे हैं कि ‘बंटेंगे तो कटेंगे’. इसलिए पीडीए परिवार भी नहीं बंटेगा. वह नारा आपके लिए लगा रहे हैं कि पीडीए परिवार के लोग बंटना मत.
कांग्रेस के प्रवक्ता अंशू अवस्थी का कहना है कि भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री योगी की कानून व्यवस्था फेल है. महिलाओं, दलितों और ब्राह्मणों को मारा जा रहा है. ऐसे में मूल मुद्दों में ध्यान भटका कर ऐसे मुद्दे उछाले जा रहे हैं. 19 पेपर लीक हो गए. किसान, नौजवान महिलाएं, पिछड़ा कोई बंटेगा नहीं.
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विकेटी/एबीएम