महाकुंभ हादसे में षड्यंत्र की बू आ रही, जांच रिपोर्ट आएगी तो कुछ लोग शर्मिंदा होंगे: रविशंकर प्रसाद

नई दिल्ली, 3 फरवरी . महाकुंभ में हादसे पर चर्चा को लेकर संसद में विपक्षी दलों के नेता हंगामा कर रहे हैं. वहीं, लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद रविशंकर प्रसाद ने सोमवार इस मुद्दे पर जवाब देते हुए दावा किया कि महाकुंभ हादसे में षड्यंत्र की बू आ रही है.

रवि शंकर प्रसाद ने सदन में कहा कि कल रात तक 35 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं. महाकुंभ में हुई घटना की जांच चल रही है. जांच से हमें षड्यंत्र की बू आ रही है. जब पूरी जांच हो जाएगी तो घटना के पीछे जो लोग थे, उन्हें शर्म से सिर झुकाना पड़ेगा.

उन्होंने आगे कहा कि जब भी कुंभ और सनातन धर्म का नाम लिया जाता है तो विपक्ष को परेशानी क्यों हो जाती है. रवि शंकर प्रसाद ने सदन में साफ तौर पर कहा, “सनातन का अपमान नहीं सहन करेगा हिंदुस्तान.”

बता दें कि सोमवार को महाकुंभ भगदड़ मामले में समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि महाकुंभ में पानी सबसे ज्यादा प्रदूषित है. भगदड़ में मरने वाले लोगों के शव नदी में फेंके गए हैं, इससे पानी दूषित हो गया है. यही पानी वहां लोगों तक पहुंच रहा है, इस पर कोई सफाई नहीं दे रहा है. देश के असली मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

उन्‍होंने आरोप लगाया कि महाकुंभ में आने वाले आम लोगों को कोई खास सुविधा नहीं मिल रही है, उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं है. वीवीआईपी आते हैं, तो उनको हर सुविधा दी जाती है. लेकिन, आम आदमी की सुविधा का ध्यान नहीं रखा जा रहा है.

बता दें कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ में प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम में स्नान कर रहे हैं. भारत समेत दुनिया के विभिन्न देशों से भी लोग महाकुंभ में गंगा, यमुना, सरस्वती के त्रिवेणी संगम में स्नान कर रहे हैं. हालांकि, बीते दिनों मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में भगदड़ की घटना हुई थी. इस घटना में कम से कम 30 श्रद्धालुओं की मौत गई थी और कई लोग घायल भी हुए थे.

ज्ञात हो कि महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी 2025 को हुई थी. इसका समापन 26 फरवरी को होगा.

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