जम्मू, 19 सितंबर . जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के आतंकी यासीन मलिक ने एक चौंकाने वाला दावा किया है. यासीन मलिक ने कहा कि 2006 में पूर्व Prime Minister मनमोहन सिंह ने Pakistan में लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक और 26/11 Mumbai हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद से मुलाकात के बाद उन्हें व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद और आभार व्यक्त किया था.
यासीन मलिक के इस बयान ने Political हलकों में हलचल मचा दी है. वहीं जम्मू-कश्मीर के पूर्व Police महानिदेशक एसपी वैद ने मलिक के इस दावे पर तीखी प्रतिक्रिया दी.
उन्होंने कहा, “यदि यासीन मलिक ने यह बात कही है और इसमें सच्चाई है, तो यह अत्यंत शर्मनाक है. हो सकता है कि यासीन मलिक अपने आप को बचाने के लिए इस तरह के बयान दे रहा है.”
एसपी वैद ने मलिक के आपराधिक इतिहास को याद दिलाते हुए कहा, “इसने चार वायुसेना अधिकारियों की हत्या की और कश्मीरी पंडितों का नरसंहार किया. उस समय मलिक जेकेएलएफ का प्रमुख था. क्या हम ऐसे व्यक्ति के साथ नरमी बरतेंगे? क्या हम उसके साथ सौम्य व्यवहार करेंगे? हाफिज सईद कश्मीर का मसला कभी हल नहीं कर सकता. यह बहुत शर्मनाक और चिंता वाली बात है.”
वहीं, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए भारतीय सेना की रणनीति और सिद्धांतों की सराहना की है.
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन रात एक बजे इसलिए किया गया ताकि Pakistanी नागरिकों को कोई नुकसान न हो. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एसपी वैद ने कहा, “मैं सीडीएस चौहान से पूरी तरह सहमत हूं. भारतीय सेना सिद्धांतों पर चलती है, जो उसकी ताकत है. Pakistan की सेना में ऐसा कोई नैतिक सिद्धांत नहीं दिखता.”
उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का उदाहरण देते हुए कहा कि भारतीय सेना ने केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, किसी नागरिक को हानि नहीं पहुंचाई. इसके विपरीत Pakistan अपनी ही जनता, विशेषकर खैबर-पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान को निशाना बनाता है. यह प्रमाण है कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना और वायुसेना ने Pakistan को घुटनों पर ला दिया था.
उन्होंने चेतावनी दी, “Pakistan को यह नहीं भूलना चाहिए कि India के पास ब्रह्मोस मिसाइल है. जैसा कि ऑपरेशन सिंदूर में रात के समय कार्रवाई की गई, वैसे ही ब्रह्मोस कब और कहां हमला कर सकता है, यह Pakistan को याद रखना चाहिए.”
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एकेएस/एएस