पलवल, 24 फरवरी . पलवल में सोमवार को कौशल विकास और रोजगार को बढ़ावा देने वाली डीएसटी कार्यशाला में हरियाणा सरकार में मंत्री गौरव गौतम ने भाग लिया. इस कार्यशाला का उद्देश्य हरियाणा में ज्यादा से ज्यादा संख्या में युवाओं को रोजगार देना है.
गौरव गौतम ने न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान कहा कि हमारे पास एक डीएसटी योजना है, जिसका उद्देश्य युवाओं के कौशल विकास को बढ़ाने के लिए उद्योगों और आईटीआई छात्रों के बीच की खाई को पाटना है. इस प्रणाली के तहत, छात्र अपना आधा समय सैद्धांतिक अध्ययन और बाकी आधा व्यावहारिक प्रशिक्षण पर खर्च करते हैं. हमारा मानना है कि अगर युवा कुशल होंगे, तो हरियाणा में रोजगार के नए अवसर स्वाभाविक रूप से सामने आएंगे, जिससे वे अच्छी नौकरी हासिल कर सकेंगे या अपना खुद का उद्योग भी शुरू कर सकेंगे.
हरियाणा सरकार द्वारा अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार देने के लिए दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली इसी प्लानिंग का हिस्सा है. हरियाणा के युवाओं को रोजगार दिया जा सके. नई तकनीकों के साथ युवाओं को जोड़ा जा सके. उद्योग जगत में युवा काम करें. उद्योग जगत के लोगों ने तय किया है कि युवाओं को ज्यादा से ज्यादा संख्या में रोजगार दिया जाएगा.
मंत्री गौरव गौतम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया. उन्होंने पोस्ट में लिखा, “आज पलवल में दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली (डीएसटी) पर आयोजित मंडल स्तरीय कार्यशाला में विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ सम्मिलित हुआ. यह कार्यशाला कौशल विकास एवं व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. डीएसटी के माध्यम से युवाओं को औद्योगिक प्रशिक्षण और व्यावसायिक शिक्षा का समन्वय प्रदान कर उन्हें रोजगारोन्मुखी बनाया जा रहा है. इस अवसर पर उपस्थित विशेषज्ञों एवं कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कर इस प्रणाली की उपयोगिता और प्रभावी क्रियान्वयन पर विचार-विमर्श किया. भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा कौशल विकास एवं रोजगार सृजन हेतु किए जा रहे प्रयासों की जानकारी साझा की और सभी को इस योजना का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया. मुझे विश्वास है कि यह प्रशिक्षण प्रणाली हमारे युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक सिद्ध होगी और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.”
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डीकेएम/