आरजीकर केस : ‘चोट लगी तो तस्वीर दिखाओ’, कुणाल घोष ने भाजपा पर लगाया झूठ फैलाने का आरोप

कोलकाता, 10 अगस्त . तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुणाल घोष ने Sunday को भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि आरजीकर मेडिकल कॉलेज की घटना को भाजपा एक ‘राजनीतिक हथकंडा’ बना रही है. आरजीकर मेडिकल कॉलेज मामले के 1 साल पूरे होने पर विरोध प्रदर्शन में मृतिका की मां के सिर पर कथित चोट के मुद्दे पर कुणाल घोष ने कहा, “अगर सच में किसी के सिर पर चोट लगी है, तो कोई तस्वीर तो दिखाएं.

उन्होंने कहा, “इतने सारे मीडिया और मोबाइल फोन हैं, एक भी तस्वीर नहीं आई. अगर चोट लगती तो अस्पताल ले जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ.”

उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने जानबूझकर महिला डॉक्टर की मां को अपने प्रचार के लिए इस्तेमाल किया. उन्होंने अपने फोन से एक वीडियो भी दिखाया और कहा कि भाजपा कार्यकर्ता खुद कह रहे हैं कि उन्होंने कुछ नहीं किया, लेकिन वीडियो में कुछ लोग ताला तोड़ते नजर आ रहे हैं.

कुणाल घोष ने सवाल उठाया कि अगर ताला तोड़ा जा रहा है, तो पुलिस क्या करेगी. इसके अलावा उन्होंने भाजपा के अंदरूनी कलह पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा, “पूरी भाजपा एंटी-सुवेंदु हो गई है. सवाल यह है कि Saturday को नबन्ना अभियान के दौरान सुवेंदु अधिकारी के साथ कौन खड़ा था.”

केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार द्वारा सियालदह स्टेशन का नाम बदलकर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखने के बयान को लेकर भी कुणाल घोष ने तीखा जवाब दिया.

उन्होंने कहा, “अगर स्टेशन का नाम बदलना ही है, तो वह स्वामी विवेकानंद के नाम पर होना चाहिए. उन्होंने शिकागो में हिंदू धर्म का गौरव बढ़ाया. शिकागो से समुद्री मार्ग से लौटकर स्वामी विवेकानंद सियालदह स्टेशन पर पहुंचे थे. यह स्टेशन किसी के नाम पर होना चाहिए तो स्वामी विवेकानंद के नाम पर होना चाहिए.”

कुणाल घोष ने बिहार के एक निर्वाचन क्षेत्र में एक व्यक्ति के पास दो वोटर आईडी मिलने की घटना पर चुनाव आयोग को घेरा. उन्होंने कहा, “यह चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि वह सटीक वोटर लिस्ट तैयार करे.”

वीकेयू/एबीएम