राहुल गांधी पाकिस्तान से चुनाव लड़ेंगे तो भारी मतों से जीतेंगे : आचार्य प्रमोद कृष्णम

गाजियाबाद, 31 मई . आचार्य प्रमोद कृष्णम ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर शनिवार को जोरदार तंज कसते हुए कहा कि वह पाकिस्तान में काफी लोकप्रिय हैं. अगर वह पाकिस्तान से चुनाव लड़ेंगे तो यकीनन भारी मतों से जीतेंगे.

से बातचीत के दौरान आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राहुल गांधी को अपने नेताओं के बयान पर विश्वास नहीं है. उन्हें तो पाकिस्तान के नेता पर यकीन है. अगर भारत की सेना कह रही है कि हमने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है तो राहुल गांधी सबूत मांगते हैं. अगर पाकिस्तान का नेता कुछ कह दे, उस पर तुरंत यकीन कर लेते हैं. यही वजह है कि पाकिस्तान की जनता राहुल गांधी से प्यार करती है और वे भी पाकिस्तान से बहुत प्यार करते हैं.

कांग्रेस सांसद सलमान खुर्शीद और शशि थरूर की ओर से पीएम मोदी के फैसलों की प्रशंसा करने से क्या कांग्रेस में बगावत के सुर देखने को मिलेंगे. इस पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता कि कांग्रेस में विद्रोह शुरू हो गया है या नहीं, लेकिन पीएम मोदी की प्रशंसा इसलिए नहीं हो रही है क्योंकि कांग्रेस नेता ऐसा कह रहे हैं, बल्कि इसलिए हो रही है क्योंकि सच्चाई सामने आ गई है. पीएम मोदी के कार्यकाल में पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया गया है.

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर राहुल गांधी के आरोपों पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि सेना, संसद, संविधान पर सवाल उठाना राहुल गांधी का शौक है. जैसे कोई बालक बिगड़ जाता है तो सुधरने की उम्मीद होती है. लेकिन, राहुल गांधी ऐसे बड़े घर के बालक हैं, जो काफी बिगड़े हुए हैं, जो बहुत बिगड़ चुके हैं. अब मुझे नहीं लगता है कि राहुल गांधी के सुधरने की कोई सूरत बची है. फिर भी मैं उन्हें सलाह देता हूं कि वो देश के खिलाफ ना बोलें.

कांग्रेस नेताओं की इंदिरा गांधी से पीएम मोदी की तुलना करने पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि इंदिरा गांधी बहुत लोकप्रिय नेता थीं, उन्होंने पाकिस्तान को सबक सिखाया था. लेकिन, पीएम मोदी जैसा प्रधानमंत्री इस देश को अब तक नहीं मिला था. आज उनकी वजह से विश्व में भारत की धाक है.

कांग्रेस के नेता अजय राय की ओर से पीएम मोदी की पारिवारिक तस्वीरें शेयर करने पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि वो तो एक मोहरा हैं, मास्टरमाइंड तो राहुल गांधी हैं. राहुल गांधी जब चुनाव हारते हैं तो उनके लिए लोकतंत्र मर जाता है. लेकिन, जब चुनाव जीतते हैं, तो लोकतंत्र उनके लिए जिंदा हो जाता है.

डीकेएम/एबीएम