![]()
कोलकाता, 27 नवंबर . पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में ‘बाबरी मस्जिद’ की नींव रखने के कार्यक्रम की घोषणा वाले पोस्टरों पर राजनीति गरमाने लगी है. केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने Thursday को कहा कि लोग मस्जिद बनाने के लिए आजाद हैं. अगर बाबरी मस्जिद दोबारा बनती है, तो राम मंदिर भी बनाया जाएगा.
सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस और पार्टी विधायक (हुमायूं कबीर) की ओर से मुर्शिदाबाद में हिंदुओं को डराने की कोशिश की जा रही है, क्योंकि वहां हिंदू अल्पसंख्यक हैं.
उन्होंने से बातचीत में कहा, “बाबरी मस्जिद एक बार India में बनी थी, लेकिन अब वह नहीं है. अब वहां राम मंदिर है. अगर वे वहां बाबरी मस्जिद बनाना चाहते हैं, तो वे ऐसा करने के लिए आजाद हैं, लेकिन राम मंदिर भी बनाया जाएगा.”
केंद्रीय राज्यमंत्री ने प्रस्तावित ढांचे के ऐतिहासिक आधार पर भी सवाल उठाते हुए कहा, “मेरा सुझाव है कि वे बाबर और बाबरी के बीच के रिश्ते को समझने के लिए पहले ‘बाबरनामा’ पढ़ें. क्या ऐसी मस्जिद बनाना सही है, मुस्लिम विद्वानों को तय करने दें.”
यह विवाद तब शुरू हुआ, जब अयोध्या में राम मंदिर पर ‘ध्वजारोहण’ फहराया गया. तृणमूल कांग्रेस के विधायक हुमायूं कबीर ने घोषणा की कि वह 6 दिसंबर को मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद के मॉडल पर बनी एक मस्जिद की नींव रखेंगे. इसी क्रम में मुर्शिदाबाद में ‘बाबरी मस्जिद’ बनाने से जुड़े पोस्टर लगाए गए हैं. हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने इस घोषणा से खुद को अलग कर लिया.
वहीं, सुकांत मजूमदार ने एसआईआर प्रक्रिया को लेकर पश्चिम बंगाल की Chief Minister ममता बनर्जी की तरफ से भाजपा और चुनाव आयोग की आलोचना किए जाने पर जवाब दिया. उन्होंने ममता बनर्जी के बयानों को ‘पॉलिटिकल ड्रामा’ बताकर खारिज कर दिया.
इससे पहले, Chief Minister ममता बनर्जी ने भाजपा पर केंद्रीय चुनाव निकाय को प्रभावित करने का आरोप लगाया था.
–
डीसीएच/