मुंबई, 25 अप्रैल . जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर असदुद्दीन औवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान ने कहा कि मैं हिंदुस्तानी मुस्लिम हूं, जरूरत पड़ी तो सरहद पर जाऊंगा. आतंकवादियों से लड़ूंगा और खदेड़ दूंगा.
शुक्रवार को न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान वारिस पठान ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले की जितनी निंदा की जाए, कम है. आतंकवादियों ने धर्म के आधार पर पर्यटकों को मारा, यह गलत है. भारत के लोग एक साथ हैं, सभी निंदा कर रहे हैं. जुम्मे की नमाज आज काली पट्टी बांधकर पढ़ी गई. हर भारतीय इस घटना से दुखी है. हर भारतीय चाहता है कि आतंकवाद का खात्मा हो. ऑल पार्टी मीटिंग में सभी ने कहा कि सरकार जो फैसला लेगी, हम उनके साथ हैं. हम चाहते हैं कि सरकार एक्शन ले. पड़ोसी मुल्क में बैठ आतंकवादियों के आकाओं को खत्म करना चाहिए.
पहलगाम घटना को अंजाम देकर आतंकवादी चाहते थे कि भारत में हिन्दू-मुस्लिम आपस में लड़े. हमें उनके मंसूबों को खत्म करना है. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो मैं सरहद पर चला जाऊंगा. आतंकवादियों को खदेड़ दूंगा, क्योंकि मैं हिन्दुस्तानी मुसलमान हूं, लेकिन सोशल मीडिया पर जो एक नफरत का माहौल पैदा किया जा रहा है, वह ठीक नहीं है. मुसलमानों की दुकानों को तोड़ा जा रहा है. यह गलत है. हर कश्मीरी ने इस घटना की निंदा की है. सभी चाहते हैं कि आतंकवाद का खात्मा किया जाना चाहिए.
संघ प्रमुख मोहन भागवत के धर्म और अधर्म की लड़ाई वाले बयान पर वारिस पठान ने कहा कि आतंकवादी बाहर से आए और इस हमले के पीछे उनका मकसद था कि भारत के अंदर नफरत फैलाना. लेकिन, भारत एक साथ एकजुट है. सरकार सख्त एक्शन ले. आतंकवादियों को खदेड़ना बहुत जरूरी है. आतंकवादियों पर पीएम मोदी के कड़े रुख पर उन्होंने कहा कि हम सरकार के साथ हैं. यह देश की सुरक्षा का मुद्दा है.
हालांकि, सरकार ने ऑल पार्टी मीटिंग में माना कि सुरक्षा में चूक हुई. सरकार की चूक से लोगों की जान चली गई. ऑल पार्टी मीटिंग से उद्धव ठाकरे गुट की दूरी पर उन्होंने कहा कि जनता देख रही है कि किसे देश की फिक्र है. उन्हें होना चाहिए था. देश में कुछ पार्टियां अपने फायदे के लिए राजनीति करती हैं. वीर सावरकर के मामले में सुप्रीम कोर्ट की राहुल गांधी को पड़ी फटकार पर वारिस पठान ने कहा कि कोर्ट ने जो टिप्पणी की है, मैं उस पर कुछ नहीं कहूंगा.
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डीकेएम/डीएससी