चैंपियंस ट्रॉफी के लिए आईसीसी का 544 करोड़ रुपये वाला ‘प्लान बी’!

नई दिल्ली, 4 अगस्त . चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर सस्पेंस बना हुआ है. भारत ने पाकिस्तान जाने से साफ इनकार कर दिया है, जबकि पीसीबी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारत को पाकिस्तान बुलाने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है. इन तमाम अटकलों को ध्यान में रखते हुए आईसीसी ने इस चुनौती से निपटने के लिए 544 करोड़ रुपये वाला प्लान बी तैयार किया है.

चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान की तैयारी कितनी है? इस पर भी सस्पेंस बना हुआ है. बड़ी बड़ी डींगे हांकने वाला पाकिस्तान हमेशा बातें तो बहुत बड़ी करता है लेकिन जमीनी स्तर की सच्चाई कुछ और होती है.

भारत ने अगर पाकिस्तान जाकर चैंपियंस ट्रॉफी खेलने से इनकार किया तो इससे पीसीबी को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा. इससे पहले एशिया कप को हाइब्रिड मॉडल में करवाने को लेकर भी काफी बवाल हुआ था और अंत में पीसीबी को काफी नुकसान उठाना पड़ा.

चाहे पाकिस्तान हो या भारत, दोनों ही देश अपनी जिद्द पर अड़े हुए हैं. लेकिन आईसीसी ने कमर कस रखी है. उसकी तैयारी पूरी है. टीम इंडिया अगर चैंपियंस ट्रॉफी खेलने पाकिस्तान नहीं गई तो वैसे हालात से निपटने के लिए आईसीसी का 544 करोड़ रुपये वाला प्लान बी तैयार है.

आईसीसी ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. यदि भारतीय टीम अगले साल चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान जाने से इनकार करती है, तो आईसीसी उन सभी संभावनाओं के लिए तैयारी कर रहा है जो चैंपियंस ट्रॉफी के सफल आयोजन के लिए महत्वपूर्ण हैं.

क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, आईसीसी ने कोलंबो में अपनी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में लगभग 65 मिलियन डॉलर (यानि 544 करोड़ रुपये) से भी ज्यादा के बजट को मंजूरी दी है.

चैंपियंस ट्रॉफी 19 फरवरी से 9 मार्च के बीच आयोजित की जाएगी. क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक पीसीबी को आयोजन के लिए मिली रकम में वो खर्च भी कवर है, जो भारत के टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान नहीं जाने से होगा. मतलब, पीसीबी को इतने पैसे मिले हैं कि वो भारत के मैचों का आयोजन पाकिस्तान से बाहर किसी अलग वेन्यू पर कर सकता है. ऐसे में हाइब्रिड मॉडल पर टूर्नामेंट होने की संभावना बढ़ गई है.

ड्राफ्ट शेड्यूल के मुताबिक भारत के मैचों का आयोजन लाहौर में होना है, जिसमें बहुप्रतीक्षित भारत-पाकिस्तान मैच शनिवार, 1 मार्च को होना है. भारत और पाकिस्तान के अलावा, बांग्लादेश और न्यूजीलैंड ग्रुप ए में हैं. ग्रुप बी में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, अफगानिस्तान और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं.

एएमजे/आरआर