दुबई, 7 अगस्त . पाकिस्तान महिला टीम की कप्तान फातिमा सना आईसीसी आचार संहिता के लेवल 1 के उल्लंघन की दोषी पाई गई हैं, जिसके चलते उन्हें आधिकारिक तौर पर फटकार लगाई गई. Wednesday को डबलिन में आयरलैंड के खिलाफ पहले टी20 मैच के दौरान फातिमा ने अंपायर के फैसले पर असहमति जताई थी.
यह घटना पाकिस्तानी पारी के 13वें ओवर की है, जब फातिमा को विकेट के पीछे कैच आउट करार दिया गया. इसके बावजूद 22 वर्षीय ऑलराउंडर कमर पर हाथ रखकर कुछ देर क्रीज पर ही रहीं. इसके बाद धीमे-धीमे कदमों के साथ मैदान से बाहर चली गईं. उनकी इस हरकत को अंपायर के फैसले के प्रति असहमति माना गया.
‘आईसीसी’ के अनुसार फातिमा को आचार संहिता के अनुच्छेद 2.8 का उल्लंघन का दोषी पाया गया, जो ‘अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अंपायर के फैसले पर असहमति जताने’ से संबंधित है.
आईसीसी ने एक बयान में कहा, “फातिमा को खिलाड़ियों और खिलाड़ी के सहयोगी कर्मियों के लिए आईसीसी आचार संहिता की धारा 2.8 का उल्लंघन करते पाया गया, जो ‘किसी अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अंपायर के फैसले पर असहमति जताने’ से संबंधित है.”
इसके परिणामस्वरूप, फातिमा के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ दिया गया. यह 24 महीने की अवधि में उनका पहला अपराध है.
फातिमा ने आरोप और दंड को स्वीकार कर लिया, जिसके कारण औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी.
आईसीसी संहिता के तहत लेवल 1 के उल्लंघन पर न्यूनतम आधिकारिक फटकार और खिलाड़ी की मैच फीस का अधिकतम 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया जा सकता है. मामले की गंभीरता के आधार पर एक या दो डिमेरिट अंक भी दिए जा सकते हैं.
आयरलैंड ने पाकिस्तान के खिलाफ पहले टी20 मैच को 11 रन से अपने नाम किया है. अब दोनों टीमें आठ और 10 अगस्त को एक बार फिर आमने-सामने होंगी.
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आरएसजी