फिल्म: क्रैक – जीतेगा तो जिएगा!
अवधि: 156.48 मिनट
निर्देशक: आदित्य दत्त
कलाकार: विद्युत जामवाल, नोरा फतेही, अर्जुन रामपाल और एमी जैक्सन
कहानी, पटकथा और संवाद: आदित्य दत्त, रेहान खान, सरीम मोमिन और मोहिंदर प्रताप सिंह
कोरियोग्राफर: राजू खान और गणेश आचार्य
प्रोडक्शन डिजाइनर: जूही तल्माकी
मुंबई, 23 फरवरी . आदित्य दत्त द्वारा निर्देशित ‘क्रैक – जीतेगा तो जिएगा!’, धड़कने तेज कर देने वाला एक्शन थ्रिलर है जो शुरू से अंत तक एक मनोरम सिनेमाई अनुभव प्रदान करता है. फिल्म का शुरुआती दृश्य – एड्रेनालाईन को बढ़ा देने वाली ट्रेन की सवारी – फिल्म का टोन सेट करती है और दर्शकों को बांधे रखती है.
फिल्म की शुरुआत मुंबई के एक निडर युवक सिद्धू से होती है, जिसकी एकमात्र महत्वाकांक्षा मैदान नामक हदें पार करने वाली भूमिगत खेल प्रतियोगिता में भाग लेना है.
उसकी प्रेरणा उसका भाई है, जो मैदान में प्रतिस्पर्धा के दौरान जान गँवा बैठा था. वह दिल से एक सच्चा खिलाड़ी भी है और मोटी रकम भी जीतना चाहता है, ताकि वह एक भव्य विला में सूर्यास्त का आनंद ले सके. हालाँकि उसके माता-पिता इसके ख़िलाफ़ हैं, लेकिन सिद्दू दृढ़ निश्चय कर चुका है.
दुर्जेय देव (अर्जुन रामपाल) द्वारा पोलैंड में होस्ट की गई सिद्धु की मैदान की यात्रा, देव और उसके सहयोगियों द्वारा नियंत्रित एक खतरनाक दुनिया को उजागर करती है, जिसमें देव के पिता मार्क भी शामिल हैं.
सिद्धू जब मैदान की गहराई में जाता है, उसकी मुलाकात पेट्रीसिया नोवाक (एमी जैक्सन) से होती है, जो अपने भाई की मौत में देव का हाथ होने का खुलासा करती है. प्रतिशोध से प्रेरित होकर सिद्धू ने देव को एक बड़े-दांव में मुकाबले की चुनौती देता है, जिससे फिल्म का अंत मनोरंजक और विस्फोटक बन जाता है.
सिद्धु और देव के बीच अंतिम मुकाबला दो बेहद प्रतिभाशाली साहसी लोगों का अंतिम आमना-सामना, एक्शन प्रेमियों के लिए बेहद खुशी की बात है.
प्रभावशाली एक्शन दृश्यों के मामले में ‘क्रैक’ का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है, जिसमें विद्युत जामवाल के लुभावने स्टंट और ज़बरदस्त लड़ाई के दृश्य शामिल हैं. चाहे वह ट्रेन या विमान में हो, मोटरबाइक या साइकिल पर हो, या बूट्स में हो – जामवाल फिल्म के एक्शन दृश्यों में शानदार हैं, और इन्हें अच्छे बैकग्राउंड के साथ और बेहतर बनाया गया है, जो टेंशन को बढ़ाता है और दर्शकों को बांधे रखता है.
फिल्म की असाधारण विशेषताओं में से एक इसकी अभूतपूर्व स्टंट कोरियोग्राफी है, जो भारतीय सिनेमा में स्टंट की नई हदें तय करती है. विद्युत जामवाल की मार्शल आर्ट में महारत पूरी तरह फिल्म में दिखती है, जो एक्शन दृश्यों को ऑथेंटिक और इंटेंश बनाती है.
रोमांचक एक्शन के अलावा, ‘क्रैक’ में एक सम्मोहक कहानी भी है जो दर्शकों को सिद्धू की न्याय की तलाश में उन्हें बांधे रखती है. फिल्म के कलाकारों ने दमदार अभिनय किया है, जिसमें नोरा फतेही और एमी जैक्सन अपनी-अपनी भूमिकाओं में गहराई लाती हैं.
कुल मिलाकर, ‘क्रैक’ एक शैली को ऩये सिरे से परिभाषित करने वाली एक्शन थ्रिलर है जो एड्रेनालाईन बढ़ाने वाले एक्सपेरियंस का अपना वादा पूरा करती है.
अपनी मनोरंजक कहानी, शानदार एक्शन दृश्यों और दमदार प्रदर्शन के साथ, ‘क्रैक’ एक्शन शैली के प्रशंसकों के लिए जरूर देखने वाली फिल्म है.
फिल्म का बीजीएम उत्कृष्ट है और ट्रैक सोने पर सुहागा है. एल्बम में छह गाने हैं, और वे सभी उत्कृष्ट हैं – विशेषकर शीर्षक ट्रैक.
विद्युत जामवाल और एक्शन हीरो फिल्म्स द्वारा निर्मित, ‘क्रैक’ शुक्रवार 23 फरवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हुई. बड़े पर्दे पर इस रोमांचक एक्शन ड्रामा को देखने का मौका न चूकें.
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एसएचके/एकेजे