नई दिल्ली, 23 अक्टूबर . अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और एक जिम्मेदार परमाणु शक्ति के रूप में भारत के त्रुटिहीन रिकॉर्ड की सराहना की.
उन्होंने परमाणु विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारत की प्रगति की प्रशंसा की, विशेष रूप से स्वदेशी परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के विकास और तैनाती पर प्रकाश डाला.
मोदी ने अपनी ओर से शांति और विकास के लिए परमाणु ऊर्जा के सुरक्षित उपयोग की भारत की स्थायी प्रतिबद्धता पर जोर दिया.
प्रधानमंत्री ने देश के ऊर्जा मिश्रण के रूप में पर्यावरण-अनुकूल परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षमता की हिस्सेदारी बढ़ाने के भारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को साझा किया.
ग्रॉसी ने सामाजिक लाभ के लिए असैन्य परमाणु अनुप्रयोगों में भारत की वैश्विक नेतृत्व भूमिका को स्वीकार किया.
इसमें स्वास्थ्य, भोजन, जल उपचार, प्लास्टिक प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन सहित मानव जाति के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए परमाणु प्रौद्योगिकी के उपयोग में भारत द्वारा की गई उल्लेखनीय प्रगति शामिल है.
छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों और माइक्रो-रिएक्टरों सहित शुद्ध शून्य प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में परमाणु ऊर्जा की भूमिका का विस्तार करने पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया गया.
ग्रॉसी ने आईएईए और भारत के बीच उत्कृष्ट साझेदारी की प्रशंसा की. उन्होंने प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के लिए भारत की सराहना की, जिससे कई देशों को मदद मिली है.
दोनों पक्ष वैश्विक दक्षिण में असैन्य परमाणु प्रौद्योगिकी अनुप्रयोगों के विस्तार के लिए भारत और आईएईए के बीच सहयोग के रास्ते तलाशने पर सहमत हुए.
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एसजीके