जयपुर, 27 मई . आईपीएल 2025 में टॉप दो में अपनी जगह पक्की कर चुके पंजाब किंग्स के बल्लेबाज शशांक सिंह ने कहा, “शीर्ष दो में समाप्त करके आधा काम पूरा हुआ है. मुझे लगता है पूरा काम 3 जून को होगा. जब देर रात 12 बजे, हमारी पत्रकार वार्ता होगी. यह वो समय होगा जब मैं आपसे कहूंगा कि हां हम दुनिया में शीर्ष पर हैं.”
अपनी क्षमताओं पर विश्वास करना बहुत ही रोचक काम कर सकता है. पंजाब किंग्स (पीबीकेएस) को देखें, शशांक सिंह की मानें तो उन्होंने आत्मविश्वास की लहर पर सवार होकर आईपीएल 2025 की अंक तालिका में शीर्ष दो में जगह बनाई है (बेशक कुछ अन्य कारकों ने भी इसमें मदद की) और अब वही आत्मविश्वास शशांक को इन शब्दों को कहने की इजाजत दे रहा है. ऐसा लग सकता है कि वह और पीबीकेएस खुद से थोड़ा आगे निकल गए हैं. वे शुरुआत की आठ टीमों में से तीन टीमों में से एक हैं जिन्होंने आज तक कोई खिताब नहीं जीता है. यह सिर्फ आत्मविश्वास है और रिकी पोंटिंग और श्रेयस अय्यर ने खिलाड़ियों के आसपास ऐसी संस्कृति बनाई है, जिसमें आत्मविश्वास हर जगह है.
शशांक ने सोमवार को मुंबई इंडियंस को हराने के बाद पत्रकार वार्ता में कहा, “सच कहूं तो यह अवास्तविक लगता है. काफी अच्छा लगता है, संतोषजनक लगता है. सबसे अच्छी बात यह है कि हमने एक टीम के रूप में खुद को पेश किया, व्यक्तिगत रूप से नहीं. जब नीलामी हो गई, तो हमने व्हाट्सएप पर एक ग्रुप बनाया और हमने बातचीत की. इसलिए हमने यह दिखाया कि इस साल हम खिताब जीतेंगे. हमारा पहला लक्ष्य शीर्ष दो में आना था और जाहिर है कि हमने वह बाधा पार कर ली है.”
उन्होंने कहा, “लेकिन सच बताना एक बात है, मानना दूसरी बात है. इसलिए हमने कड़ी मेहनत की. इसका श्रेय प्रबंधन, सहयोगी स्टाफ और हर एक व्यक्ति को जाता है. सिर्फ खिलाड़ी और कोचिंग स्टाफ ही नहीं, बल्कि हमसे जुड़े हर व्यक्ति को. आईपीएल से पहले हमारे चार-पांच कैंप हुए और आप नतीजे देख सकते हैं. हम शीर्ष दो में हैं और आईपीएल जैसी लीग में शीर्ष दो में समाप्त करना आसान नहीं है.”
क्योंकि यह पीबीकेएस है, न कि मुंबई इंडियंस या चेन्नई सुपर किंग्स या कोलकाता नाइट राइडर्स जैसी लगातार विजेता टीम, इसलिए थोड़ी देर बाद जो सवाल आया वह कुछ हद तक जायज था : क्या आप लोग खुद को दुनिया के शीर्ष पर महसूस कर रहे हैं?
शशांक ने कहा, “अभी दुनिया के शीर्ष पर महसूस नहीं कर रहे. हमने जो सोचा था, वह अभी आना बाकी है. इसलिए यह कुछ ऐसा है जहां हम वास्तव में एक-दूसरे की सफलता का आनंद लेते हैं. अगर हम शीर्ष दो में क्वालिफाई नहीं करते, तो भी हम खुश होते कि हमने क्वालिफाई कर लिया है. लेकिन फिर से, यह आधा काम है. श्रेयस ने पिछली बैठक में जो कहा था, वह यह था कि क्वालीफिकेशन का आधा काम हो गया है.” शशांक द्वारा कही ऊपर लिखी गई सारी बातें शायद उन्हें चुभ सकती हैं, लेकिन जिस तरह से पीबीकेएस ने आईपीएल 2025 में प्रदर्शन किया है, जहां लगभग पूरी तरह से अनकैप्ड भारतीयों की बल्लेबाजी है, उस आत्मविश्वास या विश्वास पर कौन सवाल उठा सकता है?
शशांक ने टीम संस्कृति के बारे में कहा, “श्रेयस बहुत अच्छा दोस्त है. मैं उनको 10-15 सालों से जानता हूं. सच कहूं तो उनकी कप्तानी में खेलना, मेरे लिए हुई सबसे अच्छी चीजों में से एक है. जिस तरह से वह केवल मुझे नहीं सभी काे आजादी देते हैं, साथ ही सहायक स्टाफ, साथ ही जो लोग कंटेंट टीम में हैं सभी उनके बारे में सराहनीय बातें करते हैं.”
“उसने पंजाब किंग्स के अंदर ऐसी संस्कृति पैदा की है, जहां हम सभी एक दूसरे से प्यार करते हैं, एक दूसरे की देखभाल करते हैं, यही पहले दिन हुई मीटिंग में रिकी सर और श्रेयस का मोटाे था, कि हमें यही संस्कृति बनाए रखने की जरूरत है, हमें एक दूसरे की देखभाल करने की जरूरत है, और बाद में परिणाम खुद सभी देखभाल कर लेगा.”
“पोंटिंग ने टीम संस्कृति बदल दी है, उन्होंने माइंडसेट बदल दिया है, उन्होंने हमारा विश्वास बदला है. तो ये सभी चीजों का श्रेय श्रेयस को जाता है. क्योंकि उन्होंने ही खेल के प्रति हमारा नजरिया बदल दिया है. पहले दिन उन्होंने और श्रेयस ने हमसे कह दिया था कि हम हो सकता है हमारे सबसे वरिष्ठ खिलाड़ी युजी चहल और हमारे बस ड्राइवर को समान आंकेंगे. उन्होंने ये बनाए रखा. ये टीम के बारे में बहुत कुछ कह देता है.”
अब उनके पास मार्को यानसन नहीं होंगे जो इस सीजन पीबीकेएस के छह विदेशी खिलाड़ियों और सारे मैच खेलने वाले अकेले विदेशी खिलाड़ी थे. यह चिंता का विषय हो सकता है लेकिन शशांक को इससे फर्क नहीं पड़ता.
“इस टीम ने जो 14 लीग मैच खेले हैं उसमें हर मैच में एक नया चेहरा है, एक नया हीरो है. कभी श्रेयस ने अच्छा किया है, आज जॉश इंगलिस और प्रियांश आर्य ने ऐसा किया, कभी प्रभसिमरन ऐसा करता है तो कभी अर्शदीप. तो यह संयुक्त टीम योगदान है.”
“जब आप शर्ष दो में समाप्त करते हैं तो सबसे अहम चीज यह है कि यहां पर एक या दो हीरो नहीं होते हैं, आपके पास 11-12 हीराे हैं या छह-सात हीरो. तो बिलकुल हमारी टीम के पास छह-सात हीरो रहे हैं. और उम्मीद है फाइनल में हम एकजुट हो सकते हैं और खिताब जीत सकते हैं.”
–
आरआर/