नई दिल्ली, 27 मई . दिल्ली के विवेक विहार में 25 मई की रात एक बेबी केयर सेंटर में भीषण आग लगने से कई मासूम बच्चों की जान चली गई. इस पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहना है कि विभाग के अधिकारियों ने उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी. अगले दिन 26 मई की सुबह मीडिया के जरिए उन्हें इस हादसे के बारे में पता चला.
भारद्वाज ने कहा कि जानकारी मिलने के बाद उन्होंने स्वास्थ्य सचिव को कई बार फोन किया, उन्हें कई मैसेज भी किए, लेकिन न तो उनसे संपर्क हो पाया और न ही उनकी ओर से मैसेज का कोई जवाब आया.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसके बाद वह अकेले ही घटनास्थल पर पहुंचे. घटना की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने तुरंत स्वास्थ्य विभाग की आपातकालीन बैठक बुलाई, जिसमें डीजीएचएस और स्पेशल सेक्रेट्री हेल्थ आदि बड़े अधिकारी मौजूद रहे.
मंत्री ने बताया कि बैठक के दौरान अधिकारियों ने इस नर्सिंग होम से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दीं. उन्होंने बताया कि नर्सिंग होम को 2021 से लेकर मार्च, 2024 तक ही चलाने की अनुमति मिली हुई थी. फरवरी 2024 में इस नर्सिंग होम की ओर से रजिस्ट्रेशन के नवीनीकरण के लिए आवेदन दिया गया था, लेकिन पर्याप्त कागजात नहीं होने के कारण उनके रजिस्ट्रेशन का नवीनीकरण नहीं किया गया था. अस्पताल प्रशासन को दस्तावेजों में आई कमी पूरी करने के लिए बोला गया था.
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि इस नर्सिंग होम के जो मालिक हैं, वह इसी तरह का एक और नर्सिंग होम पश्चिमपुरी में भी चलाते हैं. इस घटना से पहले भी इस नर्सिंग होम के मालिक के ऊपर स्वास्थ्य विभाग द्वारा दो अलग-अलग मामलों में दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट और तीस हजारी कोर्ट में मुकदमे चल रहे हैं. नर्सिंग होम के औचक निरीक्षण के दौरान कुछ कमियां पाई गई थीं, उस संबंध में मालिक पर एक मुकदमा चल रहा है. इसी प्रकार से इस अस्पताल के मालिक को बिना रजिस्ट्रेशन के एक अस्पताल चलाते हुए पकड़ा गया था, दूसरा मुकदमा उस मामले में चल रहा है. उम्मीद है कि जल्द ही इन मामलों में इस नर्सिंग होम के मालिक के खिलाफ अदालत का फैसला आएगा और उसे कड़ी सजा सुनाई जाएगी.
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जीसीबी/एबीएम