ब्रिस्बेन, 15 दिसंबर . जिस दिन ट्रेविस हेड और स्टीव स्मिथ ने शतक जड़कर ऑस्ट्रेलिया को गाबा में तीसरे टेस्ट में शीर्ष पर पहुंचा दिया, उस दिन भारत स्पष्ट रूप से इस बात से उलझन में था कि रणनीति और रणनीति के दृष्टिकोण से दोनों को कैसे रोका जाए.
इससे कोई मदद नहीं मिली कि रोहित शर्मा ब्रिस्बेन में कप्तान के तौर पर अपने सक्रिय और आविष्कारशील सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से बहुत दूर थे. ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर केरी ओ’कीफे को लगा कि रोहित दूसरे दिन के खेल में अपने फील्ड प्लेसमेंट में नकारात्मक थे.
उन्होंने फॉक्स स्पोर्ट्स से कहा, “मुझे नहीं लगता कि रोहित शर्मा का कप्तान के तौर पर यह सबसे अच्छा दिन रहा. वह कहेंगे कि पिच इतनी अच्छी थी कि हम सिर्फ आउटफील्डर्स के साथ इसे नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन आपको ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बनाना था और उन्हें आउट करना था.”
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने भी मैच में लंबे समय तक भारत द्वारा एक खास योजना पर टिके नहीं रहने की आलोचना की. “वे लंबे समय तक किसी रणनीति पर टिके नहीं रहते. क्या वे उसे चकमा देने की कोशिश कर रहे हैं? वे उसे आउट करने की कोशिश क्यों नहीं करते? वे फुल और वाइड क्यों नहीं जाते, ऑफ साइड को पैक क्यों नहीं करते?”
भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने 18 चौकों की मदद से 152 रनों की पारी खेलकर भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बनाने के लिए हेड की सराहना की. “वह आज ठोस दिखे, बहुत संयमित, अति-चिंतित नहीं, बस गेंदबाजी को योग्यता के अनुसार ले रहे थे. कोई भी ढीलापन, उन्होंने उसे दूर कर दिया.”
ओ’कीफे ने हेड के बारे में भी यही कहा, जिन्होंने अब भारत के खिलाफ लगातार दो टेस्ट शतक लगाए हैं. “उनकी सफलता का आधार यह है कि ट्रैविस हेड आगे बढ़ते हैं और परिणामों से अलग हो जाते हैं; उन्हें विफलता का डर नहीं है. वह स्कोरकार्ड नहीं देखते, वह गेंदबाजी और पिच को देखते हैं… क्रिकेट में आप यही चाहते हैं.”
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