नई दिल्ली, 12 अप्रैल . पाकिस्तान के वनडे कप्तान मोहम्मद रिजवान ने कहा कि उन्हें अपनी खराब अंग्रेजी बोलने की क्षमता पर कोई शर्म नहीं है, हालांकि उन्हें सोशल मीडिया पर बार-बार इसके लिए ट्रोल किया जाता रहा है.
विकेटकीपर-बल्लेबाज ने यह कहते हुए अपना बचाव किया कि धाराप्रवाह अंग्रेजी उनके काम की नहीं बल्कि क्रिकेट की मांग है.
रिजवान ने पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “मुझे परवाह नहीं है. मुझे एक बात पर गर्व है और वह यह कि मैं जो भी कहता हूं, दिल से कहता हूं. मुझे अंग्रेजी नहीं आती. मुझे बस इस बात का अफसोस है कि मैंने पर्याप्त शिक्षा नहीं ली, लेकिन मुझे इस बात पर एक प्रतिशत भी शर्म नहीं है कि मैं पाकिस्तान क्रिकेट टीम का कप्तान होने के बावजूद अंग्रेजी नहीं बोल सकता.”
दाएं हाथ के बल्लेबाज ने जूनियर क्रिकेटरों से अपनी शिक्षा पूरी करने का आग्रह किया ताकि वे आवश्यकता पड़ने पर अंग्रेजी बोल सकें.
रिजवान ने कहा, “मुझसे क्रिकेट की मांग की जा रही है, अंग्रेजी की नहीं. मुझे इस बात का अफसोस है कि मैंने अपनी शिक्षा पूरी नहीं की, यही वजह है कि मुझे अंग्रेजी बोलने में दिक्कत होती है. मैं अपने जूनियर्स से कहता हूं कि वे अपनी शिक्षा पूरी करें, ताकि वे अच्छी अंग्रेजी बोल सकें.”
उन्होंने कहा, “फिलहाल पाकिस्तान मुझसे क्रिकेट की मांग कर रहा है. पाकिस्तान मुझसे अंग्रेजी की मांग नहीं कर रहा है. जब ऐसा होगा, तो मैं क्रिकेट छोड़कर प्रोफेसर बन जाऊंगा – लेकिन मेरे पास इतना समय नहीं है.”
रिजवान को हाल ही में न्यूजीलैंड दौरे पर अपने पोस्ट और प्री-मैच इंटरैक्शन के दौरान अंग्रेजी में प्रवाह की कमी के लिए सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा. रिजवान शुक्रवार से शुरू हुए पीएसएल 2025 में मुल्तान सुल्तांस की अगुवाई करेंगे. मुल्तान सुल्तांस शनिवार को कराची के नेशनल स्टेडियम में कराची किंग्स से भिड़ेगा.
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आरआर/