नई दिल्ली, 14 नवंबर . देश की दूसरी सबसे बड़ी कार कंपनी हुंडई मोटर इंडिया (एचएमआई) ने उभरते हुए बाजारों में उनकी कारों की मांग को पूरा करने के लिए भारत को प्रोडक्शन हब बनाने की योजना बनाई है.
एचएमआई के प्रबंध निदेशक, अनसू किम ने एक कॉन्फ्रेंस कॉल में कहा कि कंपनी घरेलू बाजार के साथ-साथ अफ्रीका, मध्य पूर्व, लैटिन अमेरिका और दक्षिण एशिया में निर्यात बाजार में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए उत्पादन का विस्तार करेगा.
किम ने आगे कहा कि घरेलू के साथ-साथ निर्यात बाजार की वॉल्यूम में भी इजाफा देखा जा रहा है. हमारे पास उभरते हुए बाजारों के लिए एक अच्छी प्रोडक्ट लाइनअप है.
किम के मुताबिक, घरेलू और निर्यात बाजार का अच्छा प्रोडक्ट मिक्स होने के कारण मुनाफा भी बढ़ेगा. साथ ही बाजार के उतार-चढ़ाव की स्थिति में यह एक नेचुरल हेज का काम करेगा.
हुंडई मोटर इंडिया ने बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए हाल ही में पुणे में एक नया संयंत्र हासिल करके अपनी उत्पादन क्षमता का विस्तार किया है. इसके साथ ही भारत में हुंडई की कुल विनिर्माण क्षमता 1.1 मिलियन यूनिट हो गई है.
किम ने कहा कि हम भारत में अपना इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) इकोसिस्टम विकसित कर रहे हैं. हम क्रेटा ईवी सहित चार ईवी मॉडल लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं. और हम बैटरी पैक, ड्राइवर ट्रेन और बैटरी शेल जैसी ईवी आपूर्ति श्रृंखलाओं का भी स्थानीयकरण कर रहे हैं.
हुंडई मोटर इंडिया ने पिछले महीने शेयर बाजार में 3.3 अरब डॉलर का आईपीओ जारी किया था, जो देश के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ था. इस इश्यू को 2.37 गुना से अधिक सब्सक्राइब किया गया था.
इस ऑफर में 9.97 करोड़ शेयरों के मुकाबले 23.63 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं. योग्य संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) श्रेणी को 6.97 गुना सब्सक्राइब किया गया. गैर-संस्थागत निवेशकों (एनआईआई) श्रेणी को 0.60 गुना सब्सक्राइब किया गया. खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (आरआईआई) श्रेणी को 0.50 गुना सब्सक्राइब किया गया.
फिलहाल हुंडई मोटर इंडिया का शेयर अपने आईपीओ मूल्य से 10 प्रतिशत से अधिक गिर गया है.
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एबीएस/