हाइलो ओपन 2024 : मालविका बंसोड़ से उम्मीदें, युवा भारतीय खिलाड़ी संभालेंगे मोर्चा

सारब्रुकेन (जर्मनी), 28 अक्टूबर . जर्मनी में मंगलवार से शुरू होने वाले बीडब्ल्यूएफ सुपर 300 टूर्नामेंट में जब युवा भारतीय दल कोर्ट पर उतरेगा तो सबकी नजरें महिला एकल में देश की दूसरी सर्वोच्च वरीयता प्राप्त खिलाड़ी मालविका बंसोड़ पर रहेंगी.

इस प्रतियोगिता में कुल 11 भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, जिनमें बीडब्ल्यूएफ विश्व रैंकिंग में 35वें स्थान पर काबिज मालविका सर्वोच्च रैंकिंग वाली खिलाड़ी हैं.

दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु, पेरिस ओलंपिक खेलों के सेमीफाइनलिस्ट लक्ष्य सेन, थॉमस कप स्टार एचएस प्रणय और 2021 विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता किदांबी श्रीकांत जैसे शीर्ष भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में भारतीय युवा खिलाड़ी इन मौकों का लाभ उठाने की उम्मीद करेंगे.

महिला एकल में सभी की निगाहें बंसोड़ पर होंगी, जो पिछले साल यहां क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थीं. उनका पहला मैच बुल्गारिया की हिस्टोमीरा पोपोवस्का से होगा. अगर वह अपना पहला राउंड मैच जीत जाती हैं, तो इस इवेंट में छठी वरीयता प्राप्त 23 वर्षीय मालविका बंसोड़ का मुकाबला अमेरिका की दिशा गुप्ता और जर्मनी की यवोन ली के बीच होने वाले मैच की विजेता से होगा.

महिला एकल ड्रॉ में शामिल अन्य भारतीय खिलाड़ी रक्षिता श्री संतोष रामराज ड्रॉ के निचले हिस्से में चीनी ताइपे की यू चिएन हुई के खिलाफ अपना पहला मैच खेलेंगी. भारत ने हाइलो ओपन में महिला एकल में कभी खिताब नहीं जीता है.

पेरिस 2024 ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने से चूकने वाले लक्ष्य सेन, हाइलो ओपन में खिताब जीतने वाले आखिरी भारतीय थे. उन्होंने 2019 में पुरुष एकल का खिताब जीता था, जो उस समय बीडब्लूएफ सुपर 100 इवेंट हुआ करता था. भारत के शुभंकर डे ने पिछले साल पुरुष वर्ग का खिताब जीता था, जबकि चेतन आनंद ने 2008 में यह खिताब जीता था.

एएमजे/एकेजे