यरूशलम, 5 मई . इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने यमन में हूती विद्रोहियों और उनके सहयोगी ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है. जवाबी कार्रवाई का फैसला हूती समूह के इजरायल स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दागे गए मिसाइल हमले के बाद लिया गया है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रधानमंत्री कार्यालय के आधिकारिक अकाउंट से किए गए एक पोस्ट में दावा किया गया कि “हूती के हमले ईरान की शय पर होते हैं.” इसमें आगे कहा गया कि इजरायल “हमारे मुख्य हवाई अड्डे पर हूती विद्रोहियों के हमले का जवाब देगा और हमारे चुने गए समय और स्थान पर, उनके ईरानी आतंकवादी आकाओं को जवाब देगा.”
इससे पहले रविवार को, नेतन्याहू ने हूती विद्रोहियों को एक और चेतावनी जारी की, जिसमें समूह के खिलाफ हमला करने की धमकी दी गई. उन्होंने एक वीडियो बयान में कहा, “हमने अतीत में हमला किया, हम भविष्य में भी हमला करेंगे.”
हूती ने तेल अवीव के बाहर बेन गुरियन हवाई अड्डे के मुख्य टर्मिनल की ओर जाने वाले ड्राइववे पर मिसाइल हमले की जिम्मेदारी ली. सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि इजरायल और अमेरिका की ओर से तैनात किए गए डिफेंस सिस्टम्स ने मिसाइल को रोकने का प्रयास किया, लेकिन विफल रहे.
हमले के परिणामस्वरूप चार लोग मामूली रूप से घायल हुए और उन्हें नुकसान पहुंचा. मिसाइल हमले के बाद कई अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों ने इजरायल से आने-जाने वाली उड़ानें रद्द कर दीं, जिनमें एयर यूरोपा, स्विस इंटरनेशनल एयर लाइन्स, लुफ्थांसा, आईटीए एयरवेज और ब्रुसेल्स एयरलाइंस शामिल हैं.
हाल के हफ्तों में हूती ने यमन स्थित अपने ठिकानों पर नए अमेरिकी हवाई हमलों के बीच मिसाइल और ड्रोन हमले तेज कर दिए हैं.
उत्तरी यमन के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण रखने वाले हूती ने नवंबर 2023 से इजरायल को निशाना बनाया, जिसे वे गाजा में युद्ध के दौरान फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता का कार्य बताते हैं. समूह ने कहा कि अगर इजरायल अपना सैन्य अभियान समाप्त कर देता है और एन्क्लेव में मानवीय सहायता की अनुमति देता है तो वह अपने हमले रोक देगा.
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केआर/