सोलन, 9 जनवरी . भारत के अलग-अलग राज्यों में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) धीरे-धीरे अपने पैर पसार रहा है. देश के कई राज्यों में इस वायरस के मामले सामने आ चुके हैं. हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने एचएमपीवी को लेकर लोगों से अपील की है कि वे चिंतित न हों. हालांकि, सावधानी रखना जरूरी है.
स्वास्थ्य मंत्री ने सोलन में पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस कोई खतरनाक वायरस नहीं है. कोरोना वायरस खतरनाक था, लेकिन ये खतरनाक नहीं है. उन्होंने बताया कि इस वायरस के लक्षण जुकाम, खांसी, छींकना, बुखार आदि हैं. लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है. उन्होंनो लोगों से कहा कि अपने पास सैनिटाइजर जरूर रखें.
उन्होंने आगे कहा कि ज्यादा भीड़ वाले इलाकों में जाने से बचें. यदि किसी को लक्षण महसूस हों तो स्वास्थ्य केंद्र जाकर जांच कराएं. साफ सफाई का अधिक ध्यान रखें. यह सामान्य वायरस है और यह बहुत पहले से है. यह वायरस 2001 से है, ये आता है चला जाता है. ये वायरस दुनिया में घुमता है. बच्चों, बुजुर्गों समेत सभी को सावधानी बरतना जरूरी है.
उन्होंने यह भी कहा कि भारत में इस वायरस के कई मामले सामने आए हैं. सभी मरीज सुरक्षित हैं और किसी भी तरह की जनहानि अभी तक नहीं हुई है. इसलिए घबराने की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने बताया कि हमने एडवाइजरी भी जारी की है. उन्होंने यह भी कहा कि हम पूरी तरह से सतर्क हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एचएमपीवी वायरस वायरस मुख्य रूप से पीड़ित व्यक्ति के श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है. इसके लक्षण कई मामलों में कोविड-19 के समान ही होते हैं. हालांकि, ये वायरस मुख्य रूप से शिशुओं और छोटे बच्चों को संक्रमित करता है. इस वायरस से संक्रमित मरीज में सबसे आम लक्षण खांसी है. इसके साथ हल्का बुखार, घरघराहट, नाक बहना या गले में खराश जैसे परेशानी भी हो सकती है. वायरस से संक्रमित होने के बाद कुछ मामलों में गंभीर लक्षण आ सकते हैं. सांस लेने में तकलीफ भी हो सकती है.
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एफजेड/