Mumbai , 6 अगस्त . राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेत्री दिव्या दत्ता ने तेलुगु सीरीज ‘मायासभा: द राइज ऑफ द टाइटन्स’ में अपने किरदार को लेकर खुलकर बात की. इसमें वह राजनीतिक नेता इरावती बोस का किरदार निभा रही हैं. उन्होंने बताया कि उनका किरदार चालाकी से दूसरों को अपनी बातों में फंसाने वाला और उनका फायदा उठाने वाला है.
उन्होंने बताया कि उनका किरदार इरावती ताकतवर है; साथ ही, वह अपनी कमजोरियों को भी छुपाती हैं ताकि लक्ष्य को हासिल करने में उनके रास्ते में कोई बाधा न बन सके.
दिव्या दत्ता ने कहा कि इरावती के चालाक और हिसाब से काम करने वाले गुण उनके लिए सिर्फ एक कमजोरी या ताकत नहीं हैं, बल्कि ये सब मिलाकर उनके जीवन की स्थिति को समझने का एक तरीका है.
उन्होंने बताया कि एक अभिनेता के रूप में, उनका काम यह है कि वे अपने किरदार को निभाते वक्त इन गुणों को अलग-अलग तरीके से दिखाएं, जैसे कभी कुछ शब्दों को थोड़ा ऊपर, कभी नीचे, या कभी थोड़ा बदलकर, ताकि वह किरदार सच्चे और प्रभावी तरीके से दर्शकों तक पहुंच सके.
एक्ट्रेस ने 1994 में फिल्म ‘इश्क में जीना, इश्क में मरना’ से अपने करियर की शुरुआत की थी. वह अपने किरदारों में अलग-अलग पहलुओं को एक्सप्लोर करना पसंद करती हैं.
उन्होंने कहा, “जब हम किसी किरदार पर काम करते हैं, तो हम उसमें थोड़ी सी चालाकी, थोड़ी सी मस्ती, थोड़ी सी बुद्धिमानी, या कभी-कभी एक इमोशनल उतार-चढ़ाव जोड़ते हैं. यह सब मिलाकर किरदार को और भी वास्तविक और दिलचस्प बनाता है.”
‘मायासभा: द राइज ऑफ द टाइटन्स’ एक राजनीतिक ड्रामा वेब सीरीज़ है, जिसे देवा कट्टा और किरण जय कुमार ने डायरेक्ट किया है. इसमें चैतन्य राव, आधी, रवींद्र विजय, नासर, साई कुमार और चरिता वर्मा नजर आएंगे. इसके अलावा रघु बाबू, भावना वझापंडल और तान्या एस रविचंद्रन जैसे कलाकार भी सीरीज का हिस्सा हैं.
यह सीरीज़ 1990 के दशक के आंध्र प्रदेश की राजनीति पर आधारित है. इसमें दो प्रमुख राजनेताओं, नारा चंद्रबाबू नायडू और वाई. एस. राजशेखर रेड्डी के बीच बदलते रिश्ते को दिखाया गया है. पहले ये दोनों दोस्त थे, लेकिन धीरे-धीरे उनका रिश्ता राजनीति के कारण दुश्मनी में बदल जाता है. यह सीरीज इस यात्रा को नाटकीय तरीके से पेश करती है.
‘मायासभा: द राइज ऑफ द टाइटन्स’ 7 अगस्त से सोनी लिव पर स्ट्रीम होगी.
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पीके/एएस