Mumbai , 30 जुलाई . शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पीओके जैसे मुद्दों पर सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए.
आनंद दुबे ने कहा कि पीएम मोदी ने दावा किया कि किसी विदेशी नेता ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में दखल नहीं दिया, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने 25 बार मध्यस्थता की बात स्वीकार की है. ट्रंप ने पोस्ट और वीडियो मैसेज में यह कहा है. फिर पीएम क्यों उनका नाम नहीं ले रहे? क्या मजबूरी है?
उन्होंने कहा, “देश में भाजपा और एनडीए का शासन है, तो सवाल हम उनसे पूछेंगे. हमने विशेष सत्र की मांग की थी, लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया. मानसून सत्र के पहले हफ्ते बेकार गए और दूसरे हफ्ते में Monday -Tuesday को बहस हुई. पीएम ने Tuesday शाम दो घंटे का भाषण दिया, लेकिन सच क्यों नहीं बताया? ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बहस हो गई, लेकिन यह दुखद और संवेदनशील मुद्दा है. जनता यह जानना चाहती है कि आतंकी हमारे देश में कैसे आए और किसकी गलती थी.”
उन्होंने कहा कि वे हर भाषण में 75 साल पुरानी बातें दोहराते हैं. 11 साल से सत्ता में हैं. लेकिन, पीओके नहीं ला पाए. नेहरू ने औद्योगिकीकरण और किसानों के लिए काम किया, जबकि उनके पास संसाधन नहीं थे. इंदिरा ने 1971 में पाकिस्तान के दो टुकड़े किए, लेकिन आप क्रिकेट खेलने जाते हैं.”
बिहार चुनाव को लेकर उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार भाजपा के रंग में रंग गए हैं. अकाली दल और शिवसेना को ठगा, अब आपकी बारी है.”
–
एसएचके/एबीएम