एक हफ्ते में कितना चलें पैदल? हर उम्र का अलग है हिसाब, फायदा इतना की कम हो जाएगा हेल्थ से जुड़ा एक्स्ट्रा खर्चा

नई दिल्ली, 2 सितंबर . एक रिसर्च का दावा है कि एक हफ्ते में कम से कम तीन बार 5000 से ज्यादा चलने वालों की जिंदगी खुशहाल और लंबी हो सकती है! लाइफस्‍टाइल संबंधी बीमारियों जैसे डायबिटीज, हार्ट डिजीज, स्‍ट्रोक, मोटापा, डिप्रेशन आदि से भी बचा जा सकता है.

स्वस्थ रहने के लिए मेहनत करने का इरादा तो हर किसी के मन में पनपता है, लेकिन भागदौड़ भरी इस जिंदगी में समय की बड़ी मार है. इन तमाम चुनौतियों का रामबाण है पैदल चलना. मॉर्डन युग में अब ज्यादातर लोगों के हाथ में स्मार्ट वॉच पहनने का चलन है. इसके कई फायदे हैं, समय दिखाने के अलावा इसमें पल्स रेट से लेकर आपने पूरे दिन में कितने कदम चले इसका हिसाब भी रखता है.

लोग उसे देख तसल्ली से कहते हैं चलो इतने स्टेप्स (कदम) तो पूरे हुए. फिर भी अच्छी सेहत रखने के लिए कितने कदम चलने चाहिए इसे लेकर हमेशा बहस होती रही है. एक दिन में 10 हजार कदम चलना बेस्ट माना गया है, लेकिन उम्र के हिसाब से हर किसी के लिए कदमों की संख्या अलग-अलग है.

कुछ महीने पहले लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की एक शोध से पता चला कि दो साल तक प्रति सप्ताह तीन बार कम से कम 5,000 कदम चलने की आदत को बनाए रखने वाले शख्स की उम्र तीन साल और बढ़ सकती है. इतना ही नहीं वर्जिश से जुड़े एक्स्ट्रा खर्चे में भी लगभग 13% तक की कमी आ सकती है.

रोजाना पैदल चलने से कई तरह के फायदे होते हैं, जैसे कि शरीर एक्टिव रहता है और हम दिनभर के कामों को आसानी से कर पाते हैं. पैदल चलने से हृदय गति में सुधार होता है और रक्तचाप भी कम होता है. जोड़ों के दर्द में आराम भी मिलता है. पैदल चलने से चिंता और अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं में भी काफी हद तक राहत मिलती है.

एएमजे/केआर