लगभग एक दशक पहले, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) “एक हरियाणा, एक हरियाणवी” के नारे के साथ “व्यवस्थित परिवर्तन के माध्यम से सुशासन” लाने के उद्देश्य से सत्ता में आई थी. समय के साथ, इस दृष्टिकोण ने एक मजबूत शासन प्रणाली का गठन किया है.
हरियाणा पर शासन करने में भाजपा की सबसे उल्लेखनीय उपलब्धियों में से एक ‘पार्टी खर्ची’ प्रणाली का उन्मूलन है, जो एक बार भर्ती और प्रवेश प्रक्रिया को नियंत्रित करती थी, अब समाप्त हो गई है और जनता का विश्वास बहाल हो गया है. इससे हरियाणा की छवि में सुधार हुआ है और लोगों को अब इसकी गुणात्मक प्रणाली पर गर्व है.
आज, हरियाणा का हर परिवार, चाहे ग्रामीण हो या शहरी, मानता है कि सरकारी स्कूलों में प्रवेश और नौकरियों के लिए उत्कृष्टता ही मुख्य मानदंड है. हरियाणा सरकार की ‘नो रिश्वत, नो टिप्स’ नीति से विशेष रूप से वंचितों को लाभ हुआ और गरीब परिवारों के युवाओं को सरकारी नौकरियां हासिल करने में मदद मिली.
पहले, हरियाणा में सरकारी नौकरियाँ अक्सर राजनेताओं और सिविल सेवकों से जुड़े लोगों को दी जाती थीं, और साक्षात्कार एक औपचारिकता थी. “खर्च पार्टी” प्रणाली के तहत, राजनेताओं के कार्यालयों द्वारा भर्ती सूचियाँ जारी की जाती थीं, जिससे योग्य उम्मीदवार, विशेषकर गरीब परिवारों के उम्मीदवार हतोत्साहित हो जाते थे. हालाँकि, आजकल गोद लेने की प्रक्रिया पारदर्शी है और कई परिवारों में खुशी लाती है.
आजकल मजदूरों और रिक्शा चालकों के बच्चों को उनकी योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी मिलना कोई असामान्य बात नहीं है. इन सफलता की कहानियों ने हरियाणा के आम लोगों में गर्व की भावना पैदा की है.
मिशन के लाभ: एक पारदर्शी कार्मिक चयन प्रणाली बनाएं
जब भाजपा ने एक दशक पहले मेरिट मिशन कार्यक्रम शुरू किया था, तो इसका उद्देश्य सरकारी नौकरियों के लिए भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करना था. यह सिस्टम अब दूसरे देशों के लिए मॉडल बन गया है. सिरसा जिले के रिसालिया खेड़ा गांव से आई एक बड़ी रिपोर्ट में दिखाया गया है कि कैसे 35 युवाओं को सरकारी नौकरी मिली, जो सरकार की स्पष्ट नीतियों और ईमानदार इरादों को दर्शाती है.
हरियाणा के लोगों को वह समय भी याद है जब अखबारों में नेताओं के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियां दिए जाने की खबरें छपती थीं. आज मीडिया रिपोर्ट्स में योग्यता के आधार पर इस मुकाम तक पहुंचने वाले बच्चों की उपलब्धियों का गुणगान किया जाता है.
भाजपा शासन के तहत पिछले एक दशक में हरियाणा में महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं. पास-थ्रू जैसी भ्रष्ट प्रथाओं को समाप्त करके, सरकार ने सार्वजनिक प्रशासनिक संस्थानों में विश्वास बहाल किया. परिणामों पर ध्यान केंद्रित करके, सरकार ने कई वंचित परिवारों के लिए अवसर पैदा किए हैं और सभी के लिए एक निष्पक्ष और पारदर्शी प्रणाली सुनिश्चित की है.