कीव, 24 अगस्त . पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा यूक्रेन की स्वतंत्रता की 33वीं वर्षगांठ के समारोह में हिस्सा लेने के लिए शनिवार को कीव पहुंचे.
पोलिश नेता ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की के साथ सोफिया स्क्वायर में आयोजित मुख्य समारोह के दौरान कहा, “आपका स्वतंत्रता दिवस एक तरह से पूरे मध्य यूरोप की स्वतंत्रता का उत्सव भी है. क्योंकि एक स्वतंत्र यूक्रेन के बिना, एक स्वतंत्र और सुरक्षित पोलैंड, लिथुआनिया या हमारे क्षेत्र के अन्य देशों के बारे में सोचना मुश्किल है.”
डूडा ने इस बात पर जोर दिया कि 1991 में पोलैंड दुनिया का पहला देश था, जिसने आधिकारिक तौर पर यूक्रेन की स्वतंत्रता को मान्यता दी थी.
अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा, “शुरू से ही हमने आपकी पश्चिम समर्थक आकांक्षाओं का समर्थन किया है. पोलिश लोगों ने ऑरेंज क्रांति के दौरान भी आपका समर्थन किया था.”
पोलिश राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि नेता ने यह भी कहा कि दो वर्षों से अधिक समय से यूक्रेनी राष्ट्र अपने देश के लिए वीरतापूर्वक लड़ रहे हैं, और इसके लिए सबसे बड़ी कीमत चुका रहे हैं.
डूडा ने कहा, “इस सबसे कठिन समय में आप अकेले नहीं हैं. पोलैंड आपकी न्यायसंगत लड़ाई का समर्थन अंत तक करता रहेगा.”
पोलिश राष्ट्रपति की कीव यात्रा, शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूक्रेनी राजधानी की ऐतिहासिक यात्रा के कुछ ही घंटों के भीतर हुई है.
प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को वारसॉ में डूडा के साथ रूस-यूक्रेन संघर्ष सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की थी.
शनिवार की सुबह ‘रेल फोर्स वन’ ट्रेन से कीव पहुंचने के बाद पोलैंड के राष्ट्रपति ने यूक्रेन के लिए शहीद हुए लोगों की स्मृति में बनी दीवार पर पर फूल चढ़ाए.
राष्ट्रपति डूडा ने इससे पहले 2016 और 2021 में यूक्रेन की स्वतंत्रता अधिनियम को अपनाने के समारोह में भाग लिया था.
जेलेंस्की ने शनिवार को सोफिया स्क्वायर में अपने भाषण के दौरान कहा, “आज हम यूक्रेन का 33वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं. हमें विश्वास है कि यूक्रेनवासी हमेशा इस छुट्टी को अपनी स्वतंत्र राजधानी और अपने संप्रभु देश में ही मनाएंगे.”
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एकेएस/