अपनी जड़ों का सम्मान : गीता पर हाथ रखकर शपथ लेकर काश पटेल ने सोशल मीडिया पर जमकर बटोरी वाहवाही

वाशिंगटन, 22 फरवरी . काश पटेल ने शनिवार को भगवद गीता पर हाथ रखकर संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के नौवें निदेशक के रूप में शपथ ली. 44 वर्षीय पटेल एफबीआई का नेतृत्व करने वाले पहले हिंदू-भारतीय और एशियाई मूल के व्यक्ति बन गए हैं.

अटॉर्नी जनरल पाम बोंडी ने पटेल को शपथ दिलाते हुए कहा, “अपना हाथ गीता पर रखें और अपना दाहिना हाथ ऊपर उठाएं.”

शुक्रवार को आइजनहावर एग्जीक्यूटिव ऑफिस बिल्डिंग में भारतीय संधि कक्ष में शपथ लेते समय पटेल की गर्लफ्रेंड एलेक्सिस विल्किंस ने भगवद गीता को हाथ में लिया. इस समय पटेल के परिवार के सदस्य भी मौजूद थे.

सोशल मीडिया पर पटेल के भगवद गीता की शपथ लेने के फैसले की जमकर तारीफ की जा रही है.

भगवद गीता एक ऐसा हिंदू धर्मग्रंथ है जो लंबे समय से धार्मिक नेतृत्व, न्याय और नैतिक दृढ़ता के लिए मार्गदर्शक ग्रंथ रहा है. एफबीआई में विश्वास बहाल करने के लिए इन गुणों को जरूरी माना जाता है.

एक यूजर ने पोस्ट किया, “काश पटेल ने भगवद गीता पर एफबीआई निदेशक के रूप में शपथ ली – नेतृत्व का एक नया युग.”

एक अन्य पोस्ट में कहा गया, “अमेरिकी शासन और हिंदू प्रतिनिधित्व दोनों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण में, काश पटेल ने एफबीआई निदेशक के रूप में पद की शपथ ली, उन्होंने भगवद गीता पर अपना हाथ रखा – जो कर्तव्य, निष्ठा और अटूट संकल्प का प्रतीक है.”

एक अन्य यूजर ने पोस्ट किया, “काश पटेल ने 21 फरवरी, 2025 को एफबीआई के निदेशक के रूप में शपथ ली. समारोह के दौरान, उन्होंने 700 श्लोकों वाले हिंदू धर्मग्रंथ भगवद गीता पर अपना हाथ रखा. यह चुनाव उनकी भारतीय विरासत और व्यक्तिगत मान्यताओं को दर्शाता है.”

एक यूजर ने लिखा, “हम हिंदू अपने धर्म से प्यार करते हैं. एफबीआई निदेशक काश, आपकी सफलता के लिए प्रार्थना करते हैं.” एक अन्य ने लिखा, “सनातन मूल्य अमेरिका की खुफिया जानकारी के दिल में चमकते हैं! यह एक शपथ से कहीं अधिक है – यह एक बयान है!”

एक यूजर ने कहा, “श्री काश पटेल ने हिंदू पवित्र पुस्तक भगवद गीता पर संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के निदेशक के रूप में शपथ ली. बधाई हो, श्री पटेल. अपनी जड़ों का सम्मान करने और उनका जश्न मनाने से ज्यादा गर्व की कोई बात नहीं है.”

काश पटेल गीता पर पद की शपथ लेने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी नहीं हैं. कांग्रेस सदस्य सुहास सुब्रमण्यम ने भी ऐसा किया था, जबकि अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में चुने गई पहली हिंदू-अमेरिकी तुलसी गबार्ड ने भी यही मिसाल कायम की थी.

शपथ ग्रहण के बाद सभा को संबोधित करते हुए पटेल ने कहा कि अमेरिकी सपना जीवित है क्योंकि ‘पहली पीढ़ी का भारतीय बच्चा’ एफबीआई का कार्यभार संभालने जा रहा है.

अपनी बहन निशा पटेल, गर्लफ्रेंड एलेक्सिस विल्किंस और अन्य रिश्तेदारों के सामने खड़े होकर पटेल ने कहा, ‘मैं अमेरिकी सपना जी रहा हूं.’

गुजरात में हिंदू माता-पिता के घर जन्मे पटेल का परिवार जातीय दमन से बचने के लिए युगांडा से भागकर कनाडा होता हुआ संयुक्त राज्य अमेरिका आ गया था.

पहली पीढ़ी के अप्रवासी से लेकर अमेरिका की प्रमुख जांच एजेंसी के प्रमुख तक का पटेल का सफर अमेरिकी और भारतीय-अमेरिकी इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय है.

एमके/