चंडीगढ़, 28 सितम्बर . Haryana के Chief Minister नायब सिंह सैनी ने Sunday को गुरुग्राम में जापानी कंपनियों के शीर्ष पदाधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया.
इस अवसर पर निर्माण एवं विध्वंस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए होंडा कंपनी के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किए गए.
इस समझौते के तहत राज्य Government संयंत्र स्थापित करने के लिए भूमि और कचरा उपलब्ध कराएगी, जबकि होंडा कंपनी कचरे से टाइल्स का निर्माण करेगी.
Chief Minister सैनी के 6 से 8 अक्टूबर तक जापान की यात्रा पर रहने की संभावना है.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि Chief Minister सैनी ने निवेश को बढ़ावा देने के लिए राज्य में कार्यरत प्रमुख जापानी कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की.
उन्होंने Haryana में जापानी कंपनियों के लिए एक क्लस्टर की स्थापना पर भी चर्चा की तथा उन्हें नारायणगढ़ में यह क्लस्टर स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया.
सीएम सैनी ने कहा कि नारायणगढ़ चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब के करीब केवल 40 से 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जिससे व्यापार को काफी बढ़ावा मिलेगा.
मानेसर में जलापूर्ति सुविधाओं पर चर्चा करते हुए Chief Minister सैनी ने कहा कि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली गई है और जल्द ही कार्य शुरू हो जाएगा.
मुनक नहर से पाइपलाइन के माध्यम से मानेसर में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए लगभग 3,000 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है.
यह व्यवस्था 25 से 30 वर्षों में होने वाली जनसंख्या वृद्धि को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पानी की कमी न हो.
Chief Minister सैनी ने औद्योगिक इकाइयों द्वारा छोड़े गए रासायनिक जल के उचित उपचार पर जोर दिया और उन्नत प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया.
उद्योगों को अपने अपशिष्ट जल का पुनर्चक्रण और पुनः उपयोग करना चाहिए, जिसके लिए Haryana राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम के माध्यम से एक योजना तैयार की गई है.
पहले चरण में यह प्रणाली मानेसर में लगभग 78 करोड़ रुपए की लागत से लागू की जाएगी, जिससे उद्योगों को पानी का पुनः उपयोग करने में मदद मिलेगी.
Chief Minister सैनी ने विकास कार्यों के लिए कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) निधियों के उपयोग के महत्व पर बल दिया.
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एकेएस/वीसी