नई दिल्ली, 5 दिसंबर . नवंबर में घर पर पकाई गई शाकाहारी थाली की कीमत में 2 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि मांसाहारी थाली की कीमत स्थिर रही. गुरुवार को आई एक रिपोर्ट के अनुसार, टमाटर की कीमतों में मासिक आधार पर 17 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई.
क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स की मासिक रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात से ताजा आपूर्ति के साथ टमाटर की कीमतों में गिरावट आई, लेकिन नवंबर में कम आवक ने इस गिरावट को रोक दिया.
वनस्पति तेल, प्याज और आलू की कीमतों में क्रमशः 4 प्रतिशत, 4 प्रतिशत और 1 प्रतिशत की वृद्धि ने थाली की लागत में और गिरावट को रोक दिया.
क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिटिक्स के निदेशक-शोध, पुशन शर्मा ने कहा, “आपूर्ति कम होने के कारण आलू और प्याज की कीमतों में वृद्धि हुई है, आलू की आवक में 27 प्रतिशत और प्याज की आवक में 28 प्रतिशत की कमी आई है, जिससे शाकाहारी थाली की लागत में और गिरावट नहीं आई है.”
शर्मा ने कहा, “हमें उम्मीद है कि दिसंबर से सब्जियों और दालों की कीमतें स्थिर हो जाएंगी, क्योंकि बाजार में ताजा आपूर्ति आ जाएगी, जिससे शाकाहारी थाली की लागत में कुछ राहत मिलेगी.”
नवंबर में टमाटर और आलू की कीमतों में तेजी के बीच घर में पकाई गई शाकाहारी थाली की कीमत में सालाना आधार पर 7 प्रतिशत और मांसाहारी थाली की कीमत में 2 प्रतिशत की वृद्धि हुई.
ईंधन की कीमत में 11 प्रतिशत की गिरावट आई है. दिल्ली में 14.2 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर की कीमत पिछले साल 903 रुपये से घटकर वर्तमान में 803 रुपये हो गई है, जिससे थाली की लागत में और वृद्धि नहीं हुई. मांसाहारी थाली के लिए, ब्रॉयलर की कीमतों में अनुमानित 2 प्रतिशत की वृद्धि से थाली की लागत स्थिर हो गई.
ब्रॉयलर की कीमतों में सालाना आधार पर अनुमानित 3 प्रतिशत की गिरावट ने लागत वृद्धि को रोक दिया. यह मांसाहारी थाली की लागत का 50 प्रतिशत है.
शर्मा ने कहा, “दिसंबर 2023 से बनाए गए कम आधार के कारण आने वाले कुछ महीनों में मांसाहारी थाली में सालाना आधार पर वृद्धि देखने को मिल सकती है.”
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एसकेटी/एबीएम