सोनीपत, 29 जुलाई . भारतीय हॉकी खिलाड़ी सुमित कुमार के ओलंपिक में प्रदर्शन से सोनीपत के उनके गांव कुराड़ और आसपास के इलाकों में खुशी का माहौल है.
सुमित के आसपास के गांव के लोग इस बार भारतीय हॉकी टीम के ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने की कामना कर रहे हैं. सुमित के बड़े भाई जयसिंह बताते हैं, “एक समय ऐसा था कि होटल से यदि रोटी आ जाती थी तो हम लोग घर पर खाना खा लेते थे. नहीं तो हमारे पास घर पर खाना भी नहीं होता था”.
दो होटलों का नाम बताते हुए उन्होंने कहा कि होटल मालिकों ने हमारा बहुत साथ दिया.
सुमित के बड़े भाई जयसिंह आगे बताते हैं, “सुमित को बचपन से हॉकी का शौक था. सुमित के बड़े भाई अमित भी हॉकी खेलते थे. वह उनके साथ जाता था. लेकिन एक बार कोच नरेश ने उसे खेलते हुए देखा तो वह सुमित से बहुत प्रभावित हुए. एक मैच में सुमित के बेहतर प्रदर्शन के बाद उन्होंने सुमित को ड्रेस दी. इसके बाद सुमित को लालच आ गया और वह खेलता चला गया. बाकी आप सब जानते हो कि आज सुमित इस मुकाम पर पहुंच गया है. उसकी मेहनत का नतीजा है कि आज सुमित इस मुकाम पर है. पहले ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था और हम कामना करते हैं कि वह इस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीते”.
इसके अलावा से बात करते हुए उनके एक दोस्त बताते है, “सुमित बचपन से ही खेलने का शौकीन था. उसके परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी. एक समय था कि हॉकी स्टिक तक के लिए पैसे नहीं थे, लेकिन सुमित ने हार नहीं मानी और वह कार्य भी किया जो आज लोग करने से पीछे हट जाते हैं. सुमित जिस तरह बचपन में खेलता था, वह उसी तरह अगर ओलंपिक में भी खेलता रहा तो इस बार कांस्य पदक का रंग स्वर्ण पदक में बदल जाएगा.”
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पीएसएम/