बुंदेलखंड की ऐतिहासिक धरोहरों को मिलेगा नया जीवन, पर्यटन विभाग ने किया बड़ा समझौता

लखनऊ, 18 मार्च . उत्तर प्रदेश सरकार राज्य की ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित करते हुए उन्हें पर्यटन और आर्थिक विकास से जोड़ने की दिशा में बड़ा कदम उठा रही है. झांसी के बरुआसागर किले को हेरिटेज होटल और कानपुर देहात के ऐतिहासिक शुक्ला तालाब के समीप स्थित बारादरी को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जाएगा. इसके लिए पर्यटन विभाग ने पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल के तहत दो बड़ी कंपनियों नीमराना होटल्स प्राइवेट लिमिटेड, राजस्थान और रेडवुड होल्डिंग एंड रियलिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड, बेंगलुरु के साथ समझौता किया है.

पर्यटन विभाग के इस कदम का उद्देश्य राज्य के ऐतिहासिक किलों, महलों और धरोहरों को उनके मूल स्वरूप को बनाए रखते हुए उन्हें उपयोगी बनाना है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिल सके और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिले.

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार बुंदेलखंड सहित पूरे उत्तर प्रदेश की ऐतिहासिक संपत्तियों को संरक्षित करने और उन्हें पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने का कार्य कर रही है.

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार पर्यटन को उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था का मजबूत स्तंभ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. इस योजना के तहत राज्य के ऐतिहासिक स्थलों को नया जीवन देने के साथ-साथ पर्यटन उद्योग में निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा. इससे न केवल पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे.

पर्यटन विभाग द्वारा किए गए समझौते के तहत नीमराना होटल्स प्राइवेट लिमिटेड, राजस्थान झांसी के बरुआसागर किले को हेरिटेज होटल के रूप में विकसित करेगा. नीमराना होटल्स देशभर में 31 हेरिटेज संपत्तियों का संचालन कर रही है, जिसमें राजस्थान के नीमराना फोर्ट पैलेस और तेजारा फोर्ट पैलेस शामिल हैं. अब बुंदेलखंड का ऐतिहासिक बरुआसागर किला भी इसी श्रृंखला में शामिल होगा.

पर्यटन विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि हेरिटेज होटल के विकास में ऐतिहासिक धरोहर की मूल संरचना और सांस्कृतिक महत्व को बनाए रखा जाएगा. बता दें कि यह पहल राजस्थान और मध्य प्रदेश की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में हेरिटेज पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इसी तरह, रेडवुड होल्डिंग एंड रियलिटी सर्विस प्राइवेट लिमिटेड, बेंगलुरु कानपुर देहात के शुक्ला तालाब के समीप स्थित बारादरी को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करेगा. रेडवुड होल्डिंग पहले ही पीलीभीत हाउस (हरिद्वार) और राजा महल (ओरछा, मध्य प्रदेश) जैसी हेरिटेज संपत्तियों का सफल संचालन कर चुकी है.

अब उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में एक भव्य वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में बारादरी को विकसित किया जाएगा, जहां देशभर से पर्यटक और शादी समारोह के आयोजनकर्ता आकर्षित होंगे.

पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विरासत पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह परियोजना प्रदेश को ‘वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी’ लक्ष्य की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण योगदान देगी.

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