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New Delhi, 7 नवंबर . क्रिकेट जगत के लिए ‘8 नवंबर’ का दिन बेहद खास रहा है. इसी दिन साल 1999 में सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ ने 331 रन की साझेदारी करते हुए वनडे क्रिकेट में इतिहास रच दिया था.
यह मैच हैदराबाद के लाल बहादुर शास्त्री स्टेडियम में खेला गया, जिसमें पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही.
दूसरे ओवर की चौथी गेंद पर सौरव गांगुली (4) रन आउट होकर पवेलियन लौट गए थे. यहां से सचिन तेंदुलकर ने राहुल द्रविड़ के साथ मोर्चा संभाला.
दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 331 रन की साझेदारी करते हुए इतिहास रच दिया. यह उस दौर में वनडे इतिहास में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी थी. वनडे इतिहास में ऐसा दूसरी बार था, जब किसी जोड़ी ने 300 से ज्यादा रन की साझेदारी की. दोनों ही बार खिलाड़ी भारतीय थे.
इससे पहले 26 मई 1999 को सौरव गांगुली के साथ राहुल द्रविड़ ने श्रीलंका के विरुद्ध दूसरे विकेट के लिए 318 रन जुटाए थे.
तेंदुलकर और द्रविड़ का यह रिकॉर्ड करीब 16 साल बाद टूटा. कैनबरा में वेस्टइंडीज की ओर से क्रिस गेल ने मार्लन सैमुअल्स के साथ जिम्बाब्वे के खिलाफ दूसरे विकेट के लिए 372 रन की साझेदारी करते हुए तेंदुलकर-द्रविड़ की जोड़ी को पीछे छोड़ दिया.
इसके बाद 5 मई 2019 को वेस्टइंडीज की ओर से शाई होप और जॉन कैंपबेल ने बतौर सलामी बल्लेबाज आयरलैंड के विरुद्ध 365 रन की साझेदारी की.
वनडे इतिहास में 300+ रन की साझेदारी के मामले में इमाम-उल-हक और फखर जमां की जोड़ी भी शामिल है. इन Pakistanी बल्लेबाजों ने बतौर सलामी बल्लेबाज जिम्बाब्वे के विरुद्ध 20 जुलाई 2018 को 304 रन की साझेदारी की थी.
8 नवंबर 1999 को तेंदुलकर-द्रविड़ की साझेदारी की बदौलत India ने निर्धारित ओवरों में 2 विकेट खोकर 376 रन बनाए थे. तेंदुलकर 150 गेंदों में 3 छक्कों और 20 चौकों के साथ 186 रन बनाकर नाबाद रहे, जबकि द्रविड़ ने 153 गेंदों में 153 रन बनाए. उनकी पारी में 2 छक्के और 15 चौके शामिल थे.
विशाल स्कोर का पीछा करने उतरी कीवी टीम 33.1 ओवरों में महज 202 रन पर सिमट गई. India ने 174 रन से मुकाबला अपने नाम किया.
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आरएसजी