इतिहासकारों ने औरंगजेब के बारे में जो लिखा मैंने वो कहा, बयान को तोड़ मरोड़ कर किया जा रहा पेश : अबू आजमी

मुंबई, 4 मार्च . समाजवादी पार्टी (सपा) नेता अबू आजमी ने मंगलवार को मुगल बादशाह औरंगजेब को लेकर की अपनी टिप्पणी पर सफाई दी है. उनका कहना है कि इतिहासकारों ने औरंगजेब के बारे में जो लिखा मैंने वही कहा, मेरे बयान को तोड़ मरोड़ के पेश किया जा रहा सपा नेता के बयान की कई राजनीतिक दलों के नेता निंदा कर रहे हैं.

सपा नेता ने से बातचीत के दौरान कहा कि मैंने वही कहा है जो इतिहासकारों ने औरंगजेब रहमतुल्लाह अलैह के बारे में लिखा है. मैं तो उस वक्त नहीं था. मैं नहीं जानता सच्चाई क्या है? लेकिन मेरे बयान को तोड़ मरोड़ के ऐसे पेश किया जा रहा है जैसे कि मैं महापुरुषों के खिलाफ हूं. मैं महापुरुषों के खिलाफ कैसे हो सकता हूं. मैं छत्रपति शिवाजी महाराज, छत्रपति संभाजी महाराज, डॉ. भीमराव अंबेडकर, साहू महाराज का बहुत आदर करता हूं. उनके सम्‍मान में मैंने कई कार्यक्रम किए हैं. उन्होंने बहुत अच्छे काम किए हैं, समाज को साथ लेकर चले हैं. मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की जा रही है.

एफआईआर होने, विधान भवन और विधान परिषद दोनों स्थगित होने पर उन्होंने कहा कि अगर में इतिहासकारों की बातों को पढ़कर बता दूं, तो मेरे खिलाफ एफआईआर क्‍यों हो रही है? अगर गलत है तो इतिहासकारों की किताबों पर बैन लगना चाहिए था, जो आज तक नहीं लगा है. मेरे ऊपर एफआईआर होना, मैं समझता हूं कि राजनीतिक लाभ लेने के लिए ये सब हो रहा है.

अपने बयान को वापस लेने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हां मैं अपने बयान को वापस लूंगा. मैं अपने बयान को वापस इसलिए लूंगा, क्योंकि मामूली बात पर विधानसभा पूरी रुक गई. मैंने अपनी मर्जी से कुछ नहीं बोला. मैंने तो इतिहासकारों के बयान को दोहराया है. मेरे खिलाफ एफआईआर हो गई. मुझे निलंबित करने की मांग की जा रही है. मुझे फोन पर गालियां दी जा रही हैं. इसलिए मैं अपने बयान को वापस लेता हूं.

गोवा में बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है.

एफजेड/