शिमला, 20 जून . Himachal Pradesh विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने Friday को Chief Minister सुखविंदर सुक्खू को राष्ट्रमंडल संसदीय संघ, भारत क्षेत्र जोन-2 के वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए औपचारिक निमंत्रण दिया. यह सम्मेलन 30 जून से 1 जुलाई तक राज्य की शीतकालीन राजधानी कांगड़ा जिले में धर्मशाला में आयोजित किया जा रहा है.
विधानसभा अध्यक्ष पठानिया ने बताया कि धर्मशाला में होने वाले सम्मेलन में जोन-2 के प्रतिनिधि भाग लेंगे, जिसमें दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर शामिल हैं. इस सम्मेलन में Lok Sabha अध्यक्ष, राज्यसभा के उपसभापति, राज्य विधानसभाओं के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष, विपक्ष के नेता, मुख्य सचेतक और सदस्य राज्यों के विधायक शामिल होंगे. इसके अलावा, कर्नाटक, असम, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और तेलंगाना के अध्यक्षों को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है.
पठानिया ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य विधायी प्रक्रियाओं, लोकतांत्रिक शासन और क्षेत्रीय सहयोग पर सार्थक संवाद को बढ़ावा देना है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह मंच सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करेगा और देश भर में संसदीय संस्थानों को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
Himachal Pradesh केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की 8.12 करोड़ रुपए की ई-विधानसभा परियोजना के चालू होने के साथ साल 2014 में शिमला और धर्मशाला विधानसभाओं में कागज रहित ई-कार्य शुरू करने वाला पहला राज्य था. तत्कालीन स्पीकर बी.बी.एल. बुटेल को ई-विधानसभा की शुरुआत का श्रेय दिया जाता है, जिससे सालाना लगभग 15 करोड़ रुपए की बचत हुई.
स्पीकर ने राज्य की राजधानी से 250 किलोमीटर दूर धर्मशाला में स्थित भव्य दूसरे विधानसभा भवन के रखरखाव और रखरखाव के लिए राजकोष के भारी खर्च पर अपनी चिंता के बाद यह प्रस्ताव रखा था.
उल्लेखनीय है कि Himachal Pradesh विधानसभा का शीतकालीन सत्र साल 2005 से धर्मशाला शहर में आयोजित किया जाता है, जिसे व्यापक रूप से विधायी अभ्यास की बजाय राजनीतिक माना जाता है.
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एससीएच/एकेजे