हिमाचल सीएम सुक्खू के ब्रिटिश संसद में संबोधन का दावा झूठा, जयराम ठाकुर ने खोली पोल

शिमला, 14 अक्टूबर . Himachal Pradesh के Chief Minister सुखविंदर सिंह सुक्खू के इंग्लैंड दौरे को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. Himachal Pradesh के पूर्व Chief Minister और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सीएम सुक्खू के ब्रिटिश पार्लियामेंट में संबोधन के दावे को झूठा बताते हुए तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि Chief Minister सुखविंदर सिंह सुक्खू ब्रिटिश पार्लियामेंट द्वारा झूठे सर्टिफाइड होने वाले देश के पहले Chief Minister बन गए हैं.

दरअसल, कुछ दिन पहले Chief Minister सुक्खू इंग्लैंड गए थे. इस दौरान प्रदेश Government और कुछ मीडिया माध्यमों में यह दावा किया गया था कि सीएम सुक्खू ने ब्रिटिश पार्लियामेंट के हाउस ऑफ लॉर्ड्स को संबोधित किया और ऐसा करने वाले वे देश के पहले Chief Minister बने हैं. लेकिन, अब इस दावे की सच्चाई सामने आ गई है.

पूर्व Chief Minister जयराम ठाकुर ने बताया कि उनके कार्यालय ने इस दावे की सच्चाई जानने के लिए हाउस ऑफ लॉर्ड्स से ईमेल के माध्यम से संपर्क किया. वहां से जो जवाब मिला, उसने सुक्खू Government की पोल खोल दी. ईमेल में स्पष्ट रूप से कहा गया कि Himachal Pradesh के Chief Minister द्वारा किसी भी प्रकार का आधिकारिक संबोधन हाउस ऑफ लॉर्ड्स में नहीं हुआ था.

जयराम ठाकुर ने बताया कि 19 सितंबर के बाद हाउस ऑफ लॉर्ड्स की कोई बैठक या कार्यवाही हुई ही नहीं थी. ऐसे में Chief Minister द्वारा 24 सितंबर को ब्रिटिश पार्लियामेंट को संबोधित करने का दावा पूरी तरह मनगढ़ंत और झूठा है. ठाकुर ने कहा कि Chief Minister सुक्खू ने झूठ बोलने की सारी सीमाएं पार कर दी हैं.

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि “सीएम कब सच बोलते हैं, यह किसी को नहीं पता.” ठाकुर ने आगे कहा कि झूठ बोलना और अफवाहें फैलाना सुक्खू Government की आदत बन गई है और वे शासन चलाने के लिए भी झूठ का सहारा ले रहे हैं.

उन्होंने कहा कि इस तरह के भ्रामक दावे करके Chief Minister न केवल अपनी बल्कि राज्य Government की गरिमा भी गिरा रहे हैं. Governmentी तंत्र का इस्तेमाल कर झूठे दावे प्रचारित करना गंभीर मामला है.

जयराम ठाकुर ने मांग की कि Chief Minister सुक्खू प्रदेश की जनता और मीडिया से इस झूठे दावे के लिए माफी मांगें. हम उनके हर झूठ का दस्तावेज जनता के सामने लाते रहेंगे. झूठ के पांव नहीं होते और देर-सवेर सच्चाई सामने आ ही जाती है.

पीएसके/एबीएम