श्रीलंका की इंग्लैंड के खिलाफ ऐतिहासिक टेस्ट जीत की खास बातें

लंदन, 9 सितंबर . श्रीलंका क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को लंदन के केनिंग्टन ओवल में तीसरे टेस्ट मैच में 8 विकेट से हरा दिया है. इंग्लैंड ने इस मैच में पहली पारी में 325 रन बनाए थे. इसके जवाब में श्रीलंका ने 263 ही रन बनाए थे. यह दूसरी पारी थी जिसने इस टेस्ट मैच का रुख बदल दिया. श्रीलंका ने इंग्लैंड को दूसरी पारी में महज 156 रनों पर ढेर कर दिया था और फिर चौथी पारी में केवल 2 विकेट के नुकसान पर 219 रन बनाकर बड़ी जीत दर्ज की.

हालांकि यह सीरीज इंग्लैंड ने 2-1 से अपने नाम की है. लेकिन श्रीलंका एक बड़ी टेस्ट जीत हासिल करने में कामयाब रहा. इससे पहले श्रीलंका ने ओवल में 1998 में जीत दर्ज की थी. लंबे अंतराल के बाद श्रीलंका की इस जीत के हीरो रहे पाथुम निसांका, जिन्होंने पहली पारी में 51 गेंदों पर 64 और दूसरी पारी में 124 गेंदों पर आक्रामक 127 रन बनाकर श्रीलंका की दमदार वापसी कराई. दूसरी पारी में वह नाबाद भी रहे.

इस जीत के और भी मायने हैं. यह सनथ जयसूर्या के हेड कोच कार्यकाल की एक बड़ी उपलब्धि है. बाएं हाथ के विस्फोटक ओपनर रहे श्रीलंकाई लीजेंड की कोचिंग में श्रीलंका क्रिकेट टीम ने इससे पहले भारत को वनडे सीरीज में हराया था. अब इंग्लैंड को उसकी ही धरती पर टेस्ट मैच में हराया है. यह जयसूर्या के कोचिंग करियर का धमाकेदार आगाज है.

साल 2024 भी टेस्ट मैचों के लिहाज से कुछ खास रिजल्ट देने वाला रहा है. यह साल का ऐसा ही तीसरा खास नतीजा है. इससे पहले वेस्टइंडीज की टीम ने गाबा में ऑस्ट्रेलिया को मात दी थी. बांग्लादेश ने हाल में ही पाकिस्तान को उसकी ही धरती पर दो मैचों की टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप किया था. अब श्रीलंका का नतीजा आया है.

इसके अलावा यह मैच इंग्लैंड की हार के बावजूद बैजबॉल स्टाइल के नाम रहा. ऐसी कोई भी पारी नहीं रही जब किसी टीम ने 4 रन प्रति ओवर की दर से कम पर बैटिंग की हो. श्रीलंका ने बैजबॉल की आक्रामकता का जवाब उसी अंदाज में दिया और जीतकर दिखाया. चौथी पारी में श्रीलंका ने पांच रन प्रति ओवर की दर से भी अधिक पर बैटिंग की और 40.3 ओवर में 219 रन बना डाले. यह बताता है बैजबॉल का बोलबाला फिलहाल जारी रहेगा.

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