नई दिल्ली, 27 सितंबर . भारतीय कंपनियों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व स्थिर बना हुआ है. बैंकिंग, फाइनेंसियल सर्विसेज और इंश्योरेंस (बीएफएसआई) सेक्टर में महिलाओं की संख्या सबसे अधिक है. एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.
वर्कप्लेस कल्चर कंसल्टिंग कंपनी अवतार की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया कि बीएफएसआई क्षेत्र में 24.5 प्रतिशत कॉरपोरेट्स एग्जीक्यूटिव्स महिलाएं हैं. इसके बाद एफएमसीजी सेक्टर में 21.5 प्रतिशत कॉरपोरेट्स एग्जीक्यूटिव्स महिलाएं हैं.
रिपोर्ट में बताया गया कि महिलाओं द्वारा नौकरी छोड़ने की दर 10 प्रतिशत ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंट्स (जीसीसी) में सबसे कम है.
आंकड़ों के मुताबिक, सभी इंडस्ट्री में औसत महिलाओं का प्रतिनिधित्व 36.6 प्रतिशत है. एंट्री लेवल पर यह आंकड़ा 40 प्रतिशत है.
प्रोफेशनल सर्विसेज में लिंग अनुपात करीब बराबर है और इसमें महिलाओं का प्रतिनिधित्व 46 प्रतिशत पर पहुंच गया है. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 20 प्रतिशत है.
अवतार के अध्यक्ष और संस्थापक डॉक्टर सौंदर्या राजेश ने कहा कि कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी के मामले में हम एक अनोखे मोड़ पर खड़े हैं.
राजेश ने आगे कहा कि महिला कार्यबल के क्षेत्र में हमने काफी प्रगति की है. कार्यक्षेत्र पर महिलाओं के लिए सुविधाओं को बढ़ाया गया है. महिलाओं का नेतृत्व और सभी सेक्टरों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए हमें महिला सुरक्षा और कार्यस्थल में सुधार करने की आवश्यकता है.
रिपोर्ट में बताया गया कि 2019 में 58 प्रतिशत कंपनियां दिव्यांग लोगों पर फोकस कर रही थी. वहीं, अब इनकी संख्या बढ़कर 98 प्रतिशत हो गई है.
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एबीएस/जीकेटी